यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भूस्खलन, तीन श्रद्धालुओं के दबने की आशंका: त्वरित रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
Amit Bhatt, Dehradun: यमुनोत्री धाम की तीर्थ यात्रा उस समय अचानक बाधित हो गई जब सोमवार अपराह्न लगभग 4:12 बजे यमुनोत्री पैदल मार्ग पर 9 कैची के पास भैरव मंदिर क्षेत्र में भूस्खलन की घटना घटित हुई। प्रारंभिक सूचना के अनुसार, तीन यात्रियों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। घटना की … The post Video: यमुनोत्री पैदल मार्ग पर पहाड़ी दरकी, तीन श्रद्धालुओं के दबने की आशंका appeared first on Round The Watch.
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यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भूस्खलन, तीन श्रद्धालुओं के दबने की आशंका: त्वरित रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड के यमुनोत्री में एक गंभीर भूस्खलन की घटना के कारण तीन श्रद्धालुओं के मलबे में दबने की आशंका जताई जा रही है। यह घटना सोमवार अपराह्न लगभग 4:12 बजे भैरव मंदिर क्षेत्र के करीब यमुनोत्री पैदल मार्ग पर हुई। उपचार और बचाव कार्य तेजी से जारी हैं।
Dehradun से अमित भट्ट की रिपोर्ट के अनुसार, यमुनोत्री धाम की तीर्थ यात्रा में अचानक आई इस बाधा ने यात्रियों एवं स्थानीय निवासियों में चिंता और भय का माहौल बना दिया है। प्रारंभिक सूचना के मुताबिक, जब भूस्खलन हुआ, तब तीन श्रद्धालु मलबे में दब गए। स्थानीय निवासियों और तीर्थयात्रियों का कहना है कि भूस्खलन की आवाज ने सभी को चौंका दिया और तब तक भागने का अवसर नहीं मिला।
घटनास्थल पर तेजी से पहुँचता राहत अभियान
भूस्खलन की सूचना मिलते ही, एसडीआरएफ (SDRF), मेडिकल टीमें और प्रशासनिक अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। राहत-बचाव दल मलबे को हटाने की प्रक्रिया में जुटे हुए हैं। घटनास्थल की सुरक्षा को देखते हुए, पुलिस टीम भी त्वरित कार्रवाई के लिए घटनास्थल पर भेजी गई है। ज़िलाधिकारी उत्तरकाशी ने स्थिति की नियमित निगरानी के निर्देश दिए हैं और सभी संबंधित एजेंसियों को सहयोगी कार्यवाही करने और प्रभावी राहत प्रयासों को तेजी से चलाने के लिए कहा है।
श्रद्धालुओं से सावधानी बरतने की अपील
प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। मौसम की चिंताजनक स्थिति को देखते हुए, अधिकारियों का कहना है कि तीर्थयात्रियों को यात्रा के पूर्व पूरी जानकारी लेनी चाहिए और सतर्क रहना चाहिए। इससे घटनाओं से बचने में मदद मिलेगी।
भविष्य के लिए सुरक्षा उपायों का प्रस्ताव
भूस्खलन जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए, स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा उपायों को और सुधारने का निर्णय लिया है। यह आवश्यक है कि तकनीकी संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जाए और भूस्खलनों के जोखिम का विश्लेषण तेज़ी से किया जाए। उपायों के कमी होने से ऐसे हादसे भविष्य में घटित हो सकते हैं।
निष्कर्ष: त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता
यमुनोत्री के पैदल मार्ग पर भूस्खलन की यह घटना एक गंभीर चिंता का विषय है। प्रशासन और राहत कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बावजूद, सभी को इस मुद्दे पर गहराई से विचार करने की जरूरत है। हमें समय पर सही और सुरक्षित कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में इस प्रकार के मृत्यू के क्षणों को टाला जा सके।
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