Uttarakhand: मुख्यमंत्री ने हरेला पर्व पर राष्ट्रीय पौधारोपण कार्यक्रम में रोपा रुद्राक्ष का पौधा

प्रदेश में हरेला का त्योहार मनाओ, धरती माँ का ऋण चुकाओ” थीम पर किया गया पौधा रोपण देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को Source

Jul 16, 2025 - 18:39
 125  501.8k
Uttarakhand: मुख्यमंत्री ने हरेला पर्व पर राष्ट्रीय पौधारोपण कार्यक्रम में रोपा रुद्राक्ष का पौधा
Uttarakhand: हरेला पर्व पर राज्यव्यापी पौधारोपण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने रोपा रुद्राक्ष का पौधा

Uttarakhand: मुख्यमंत्री ने हरेला पर्व पर राष्ट्रीय पौधारोपण कार्यक्रम में रोपा रुद्राक्ष का पौधा

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - Haqiqat Kya Hai

देहरादून, उत्तराखंड - पर्यावरण के प्रति सम्मान और सततता को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल में, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को हरेला पर्व के उत्सव के दौरान राज्यव्यापी पौधारोपण कार्यक्रम में भाग लिया। इस वर्ष के कार्यक्रम की थीम थी "हरेला पर्व मनाएं, धरती माँ का ऋण चुकाएं।"

ग्रीन उत्तराखंड के प्रति मुख्यमंत्री की प्रतिबद्धता

इस कार्यक्रम के दौरान, सीएम धामी ने रुद्राक्ष का पौधा रोपा, जो अपनी आध्यात्मिक महत्व और पारिस्थितिक लाभों के लिए प्रसिद्ध है। उन्होंने इस पर्व के महत्व पर जोर दिया और कहा, "हरेला सिर्फ एक पर्व नहीं है; यह हमारे संस्कृति का एक सार्थकता और हरित भविष्य की ओर हमारी प्रतिबद्धता है।"

मुख्यमंत्री ने नागरिकों से अपील की कि वे जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों से लड़ने के लिए पौधारोपण गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लें। उन्होंने कहा, "एक पौधा रोपना हमारे भविष्य को सुरक्षित करने के बराबर है। हमें सभी को उत्तराखंड को एक हरित, अधिक सतत राज्य बनाने में भाग लेना चाहिए।"

हरेला पर्व की आत्मा

उत्तराखंड में मनाया जाने वाला हरेला पर्व हरियाली की वृद्धि का प्रतीक है और जनसंख्या के बीच पर्यावरण के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देता है। यह पर्व आमतौर पर मानसून की शुरुआत में मनाया जाता है और यह धरती माँ के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए नए पेड़ लगाने की अपील करता है। परिवार अक्सर एक साथ आकर पौधा रोपते हैं, और यह त्योहार हमारे पृथ्वी के साथ संबंध पर विचार करने का एक समय होता है।

इस वर्ष के समारोह में, सामुदायिक नेता और नागरिक विभिन्न पेड़ प्रजातियों को रोपने में सक्रिय रूप से संलग्न हुए, जो राज्य के हरित आवरण को बढ़ाने के उद्देश्य से किया जा रहा है, जो जैव विविधता और आवास संरक्षण के लिए आवश्यक है।

सरकार की हरित पहल

उत्तराखंड सरकार ने विभिन्न कार्यक्रमों की शुरुआत की है जो पेड़ के आवरण को बढ़ाने और पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हैं। हरेला पर आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम मानवता द्वारा प्रकृति के प्रति किए गए पारिस्थितिक ऋण की याद दिलाता है और टिकाऊ प्रथाओं की आवश्यकता को रेखांकित करता है।

इसके अतिरिक्त, सरकार ने स्कूलों में पर्यावरण शिक्षा को समाहित करने के उपायों की शुरुआत की है, सुनिश्चित करते हुए कि भविष्य की पीढ़ियाँ प्राकृतिक संसाधनों के महत्व और पारिस्थितिकी तंत्र में उनकी भूमिका को समझें।

निष्कर्ष: स्थिरता का आह्वान

जब राज्य उत्तराखंड हरेला की आत्मा को अपने व्यापक पौधारोपण कार्यक्रम के साथ अपनाता है, तो यह पर्यावरणीय देखभाल के महत्व का एक शक्तिशाली संदेश भेजता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और नागरिकों द्वारा दिखाई गई प्रतिबद्धता प्राकृतिक परिवेश की सुरक्षा और संरक्षण के लिए एकसाथ एकजुट प्रयास को प्रतिबिंबित करती है।

हमें हरेला के सार को याद रखना चाहिए - प्रकृति के प्रति प्रेम को विकसित करना और सतत भविष्य की ओर हमारी प्रतिबद्धता। यह अब पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है कि समुदाय एकजुट हों और सार्थक कार्रवाई करें जो पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे।

अधिक अपडेट के लिए, कृपया https://haqiqatkyahai.com पर जाएँ।

Keywords:

Uttarakhand, Harela festival, plantation program, Chief Minister Pushkar Singh Dhami, Rudraksha sapling, environmental conservation, sustainability, green cover, ecological initiatives, community engagement

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow