‘कालनेमी’: सत्ता के गलियारों में ठगों का खतरनाक खेल, एक नई मुहिम की आवश्यकता
प्रदीप रावत ‘रवांल्टा’ नकल माफिया हाकम सिंह रावत की तस्वीरें तो आपको याद ही होंगी। The post ‘कालनेमी’: सत्ता के गलियारों में मंडराता ठगों का नेक्सस, एक और ऑपरेशन की जरूरत first appeared on radhaswaminews.

‘कालनेमी’: सत्ता के गलियारों में ठगों का खतरनाक खेल, एक नई मुहिम की आवश्यकता
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लेखिका: सुनिधि भटनागर, सविता शर्मा, टीम Haqiqat Kya Hai
पृष्ठभूमि
प्रदीप रावत ‘रवांल्टा’ के जरिए मशहूर हुआ नकल माफिया हाकम सिंह रावत की तस्वीरें आज भी लोगों के मन में ताजा हैं। उसकी छवि एक राजकुमार जैसी है, लेकिन असलियत में वह केवल एक ठग है। एक और आत्महत्या ने इस श्रृंखला को उजागर कर दिया है, जहां जितेंद्र कुमार की हत्या ने ठगों के घिनौने नेक्सस को साजिशों की टोकरी में डाल दिया है, जो कि सत्ता के गलियारों में सक्रिय हैं।
जितेंद्र कुमार का मामला
जितेंद्र कुमार की आत्महत्या से लेकर हिमांशु चमोली तक, जो बड़े नेताओं के साथ अपनी तस्वीरें खिंचवा कर लोगों को भ्रमित करने में माहिर था, ठगों का यह नेटवर्क अब और भी संगठित रूप में सामने आ चुका है। जितेंद्र का मामला इस बात का प्रमाण है कि आम आदमी बड़े नेताओं के सामने कैसे असहाय महसूस कर सकता है।
हिमांशु के पास भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, और अन्य प्रमुख नेताओं के साथ तस्वीरें हैं, जो उसके लिए एक प्रकार का ढाल बनाती हैं। ये तस्वीरें पीड़ितों को यह विश्वास दिलाती हैं कि वे सुरक्षित हैं, जबकि हकीकत कुछ और ही है।
सत्ता में ठगों का साम्राज्य
वर्तमान में, ठगों की एक विशाल सेना सत्ता के गलियारों में सक्रिय है। जितेंद्र जैसी घटनाएं यह दर्शाती हैं कि आम नागरिकों को कितना असुरक्षित महसूस होता है। समाज के हर स्तर पर इन ठगों को रोकने की कोशिशें की जानी चाहिए।
हालांकि धामी सरकार ने 'ऑपरेशन कालनेमी' चलाया है, जिससे कई ठगों को पकड़ा गया है, लेकिन ऐसी घटनाएं यह कदम उठाने की आवश्यकता को भी दर्शाती हैं। हिमांशु चमोली जैसे लोग आज भी बेखौफ घूम रहे हैं।
समाज की जिम्मेदारी
स्थानीय समुदाय को इस बारे में जागरूक रहना आवश्यक है। ठगों का मुख्य हथियार उनकी निकटता और प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ दिखाई देने वाली रिश्ते होती है। इसलिए हमें अपने आस-पास के लोगों पर ध्यान देना चाहिए ताकि कोई दूसरी बार जितेंद्र जैसी घटना न हो।
निष्कर्ष
समाज में ऐसे कई कालनेमी मौजूद हैं, जो सत्ता के समीप रहते हुए लोगों को ठगने का कार्य कर रहे हैं। इनसे बचने के लिए केवल एक ऑपरेशन की आवश्यकता नहीं है, बल्कि समाज के हर सदस्य को ठगों के खतरों से जागरूक रहना होगा। यह सोचने का समय है कि हमें अपनी सुरक्षा कैसे करनी है और इन ठगों की पहचान हम कैसे कर सकते हैं।
कम शब्दों में कहें तो, समाज में ठगों का खतरा लगातार बढ़ रहा है और इसे रोकने के लिए एक सजगता जरूरी है।
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