Bihar से भी कम आबादी वाले इस देश ने Wild Fire बन रहे ट्रम्प को Flower बना दिया, राष्ट्रपति की दो टूक- अपनी सीमा के अंदर करें ऐसी हरकत

पुष्पा नाम सुनकर फ्लॉवर समझे क्या ? फ्लॉवर नहीं वाइल्ड फायर है मैं..’और ‘पुष्पा को नेशनल खिलाड़ी समझे क्या? इंटरनेशनल है मैं.. साल 2024 के दिसंबर के महीने में आई फ़िल्म पुष्पा-2 के डॉयलोग्स ने खासी सुर्खियां बटोरी थी। इस डायलॉग की बात हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि बात बात पर दुनिया को अपना धौंस दिखाता सुपरपॉवर मुल्क होने का दंभ भरने वाला अमेरिका और अपने कुर्सी संभालते ही वाइल्ड फायर तेवर दिखाने वाले ट्रम्प को बिहार से भी कम आबादी वाले एक देश ने फ़्लावर बना दिया। इस देश ने बिना किसी शोर शराबे के बता दिया कि दुनिया की नजरों में आप जो होंगे वो होंगे अपने देश में तो हम ही हम हैं। दरअसल, इन दिनों हाथों में हथकड़ियां, पैरों में बेड़ियों के साथ अमेरिका के विशालकाय सैन्य विमान ग्लोबमास्टर सी 17 विमान की तस्वीरों ने सभी मुल्कों में खौफ पैदा कर रखा है। अपने चुनावी वादे के अनुरूप शपथ के साथ ही ट्रम्प चुन चुनकर अवैध रूप से अमेरिका में घुसने वाले लोगों को बड़े बेआबरू के साथ पहली फुर्सत में रुक्सत कर रहे हैं। अमेरिका ने मैक्सिको के साथ भी ऐसा ही कुछ करना चाहा। इसे भी पढ़ें: ट्रंप ने इजराइल के खिलाफ जांच को लेकर अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत पर प्रतिबंध लगाएअपनी सीमा के अंदर ये हरकत कर सकते हैंअमेरिका इससे पहले भी मैक्सिको से आए लोगों को वापस भेजता रहा है। लेकिन इस बार खास ये रहा कि मैक्सिको ने अमेरिकी विमान को लैंड करने की धमकी देने से इनकार कर दिया। मैक्सिको के मना करने के बाद अमेरिका मैक्सिको के नागरिकों को अभी तक वापस नहीं भेज पाया। मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाम ने इस मुद्दे को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि वे अपनी सीमा के अंदर ये हरकत कर सकते हैं। जब मेक्सिको की बात आती है तो हम हमारी संप्रभुता की रक्षा करेंगे और समन्वय के लिए बातचीत की संभावनाएं तलाशेंगे। हालांकि बाद में मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाम ने कहा कि मेक्सिको को अमेरिका से निर्वासित किए गए लोग मिले हैं। मेक्सिको ने 4,000 से अधिक निर्वासित लोगों को स्वीकार किया है। इसे भी पढ़ें: बहुत बुरे काम कर रहा, प्राइवेट प्रॉपर्टी कब्जा रहा, अब G20 बैठक का ट्रंप के मंत्री मार्को रुबियो ने किया बॉयकाटगरिमा का सम्मानइससे पहले कोलंबिया के राष्ट्रपति पेट्रो ने सार्वजनिक रूप से कहा कि माइग्रेशन करना अवैध नहीं होता और वो आने नागरिकों का स्वागत करेंगे। अमेरिका के विमान को उन्होंने रोक दिया। अपना विमान उन्होंने भेज और अपने नागरिकों को बुलाया। नतीजा ये हुआ कि कोलंबिया के नागरिक जब अपने देश में प्लेन से उतर रहे थे तो उनके हाथों में हथकड़ियां और पांवों में बेड़िया नहीं थी। कोलंबिया के साथ अमेरिका की तनातनी चलती रही है। अमेरिका कोलंबिया को अपना कस्बा समझ लेता है। कोलंबिया के राष्ट्रपति ने इन अवैध प्रवासियों को अपनी नजर से देखा। अपने नागरिकों का स्वागत करते हुए कहा कि माइग्रेंट होना अपराध नहीं है। यह सच भी है कि किसी भी देश की धरती पर किसी दूसरे देश का सैन्य विमान उनके ही नागरिकों को अपराधियों की तरह लेकर उतरे इस तरह की तस्वीर किसी को भी अच्छी नहीं लगेगी।किसी भी हद तक जा सकते हैं ट्रंपट्रम्प ने अपने मित्र देश के साथ भी वैसा ही बर्ताव किया जैसा उनसे कोलंबिया और मैक्सिको के साथ करना चाहता था लेकिन नहीं कर सका। सेना और सेना के विमान से अवैध प्रवासियों को भेजने के कदम से ट्रम्प ने अपने समर्थकों को एक मजबूत मैसेज देने का प्रयास किया है। वो इस प्रक्रिया के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।

Feb 7, 2025 - 12:39
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Bihar से भी कम आबादी वाले इस देश ने Wild Fire बन रहे ट्रम्प को Flower बना दिया, राष्ट्रपति की दो टूक- अपनी सीमा के अंदर करें ऐसी हरकत
Bihar से भी कम आबादी वाले इस देश ने Wild Fire बन रहे ट्रम्प को Flower बना दिया, राष्ट्रपति की दो टूक- अपनी सीमा के अंदर करें ऐसी हरकत

Bihar से भी कम आबादी वाले इस देश ने Wild Fire बन रहे ट्रम्प को Flower बना दिया

Haqiqat Kya Hai

लेखक: सुमन कुमारी, टीम नेटानगरी

परिचय

हाल ही में, काफी चर्चा का विषय बने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं, इस बार एक ऐसे देश के कारण जिसकी आबादी बिहार से भी कम है। राष्ट्रपति ने उस देश की सीमाओं से संबंधित अपने विचार व्यक्त किए हैं, जिससे राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। आइए जानते हैं क्या है पूरी कहानी।

बिहार से कम आबादी वाले देश

बिहार भारत का एक बड़ा राज्य है, जिसकी आबादी लगभग 12 करोड़ है। जबकि, जिस देश का ज़िक्र हो रहा है, वह देश है 'माल्टा'। माल्टा एक छोटा सा द्वीप राष्ट्र है, जिसकी आबादी सिर्फ 5 लाख के आसपास है। हालाँकि इसके आकार और जनसंख्या के बावजूद, दुनिया के राजनीतिक मामलों में इसका महत्व निरंतर बढ़ रहा है।

ट्रम्प का विवादित बयान

हाल ही में, डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट किया जिसमें उन्होंने अपने देशवासियों को चेतावनी दी कि अगर वे अपनी सीमाओं का उल्लंघन करना जारी रखते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बयान ने वैश्विक स्तर पर बहस छेड़ दी है, कि एक राष्ट्रपति के रूप में उनका दायित्व क्या होना चाहिए।

माल्टा का लोकलाज

माल्टा की सरकार ने ट्रम्प के बयान पर अपनी असहमति जाहिर करते हुए कहा है कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों में अपनी सीमाओं का सम्मान करना अत्यंत आवश्यक है। माल्टा के राष्ट्रपति ने ट्रम्प के स्टेटमेंट को नकारते हुए कहा कि “हमें अपनी सीमाओं के भीतर रहकर ही बात करनी चाहिए।”

राजनीतिक दृष्टिकोण

यह घटना न केवल अमेरिका और माल्टा के बीच के रिश्तों को प्रभावित कर सकती है, बल्कि यह वैश्विक राजनीति पर भी असर डाल सकती है। माल्टा जैसे छोटे देशों की आवाज़ भी महत्वपूर्ण हो जाती है जब वे वैश्विक मंच पर अपनी बात रखते हैं।

निष्कर्ष

ट्रम्प का यह बयान और माल्टा का प्रत्युत्तर वैश्विक राजनीति में एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत कर रहा है। यह घटना दर्शाती है कि किस तरह छोटे देश बड़े मुद्दों पर अपनी आवाज़ उठा सकते हैं। निश्चित रूप से, हमें यह समझने की जरूरत है कि सीमा के भीतर अपनी सीमाओं का सम्मान करना ही सभी देशों का दायित्व है।

अंततः, हमें चोटिल घटनाओं से सीख लेने की आवश्यकता है और हर देश की अपनी एक सीमा होती है, जिसका सम्मान करना हर राष्ट्र का कर्तव्य है।

Keywords

Bihar, Trump, Malta, Wild Fire, Political Relations, International Boundaries, Global Politics, President Statements

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