उत्तराखंड में शिक्षिका के खाते से 50 लाख की साइबर धोखाधड़ी, मोबाइल पर अश्लील फोटो भेजने का खतरा
Amit Bhatt, Dehradun: साइबर फ्रॉड हमारे सिस्टम के लिए नई चुनौती बन रहा है। यह ऐसे अपराधी हैं, जो कहीं दूर बैठकर अपनी करतूत को अंजाम दे रहे हैं। उत्तराखंड के रानीखेत की एक रिटायर्ड शिक्षिका को भी साइबर ठगों ने अपने जाल में फंसाया। उन्हें फर्जी सीबीआई अफसर बनकर डराया, घर में डिजिटल अरेस्ट … The post शिक्षिका के खाते से 50 लाख साफ, मोबाइल से अश्लील फोटो भेजे जाने का दिखाया डर appeared first on Round The Watch.

उत्तराखंड में शिक्षिका के खाते से 50 लाख की साइबर धोखाधड़ी, मोबाइल पर अश्लील फोटो भेजने का खतरा
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अमित भट्ट, देहरादून: साइबर धोखाधड़ी हमारे समाज के लिए एक गंभीर चुनौती बनती जा रही है। हाल ही में उत्तराखंड के रानीखेत में एक रिटायर्ड शिक्षिका को इन ठगों ने अपने जाल में फंसाया है। आरोपियों ने खुद को फर्जी सीबीआई अधिकारी बताकर न केवल उन्हें मानसिक तनाव में डाल दिया, बल्कि उनके बैंक खाते से 50 लाख रुपये भी हड़प लिए।
घटना का विवरण
रिटायर्ड शिक्षिका सिराज ने साइबर थाने में अपनी व्यथा सुनाते हुए बताया कि 19 जून को उन्हें एक अज्ञात नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को टेलीकॉम विभाग का अधिकारी बताया और उन्हें बताया कि उनके नंबर से अश्लील फोटो वायरल हो रहे हैं। इस घबराहट के बीच, शिक्षिका को आश्वासन दिया गया कि इस समस्या को सुलझाने के लिए उनसे एक अन्य नंबर से कॉल किया जाएगा।
उसी क्रम में, उन्हें एक वीडियो कॉल आई, जिसमें एक व्यक्ति ने पुलिसकर्मी का रूप धारण किया और उन पर फ्रॉड का आरोप लगाया। अब तक शिक्षिका इतनी परेशान थीं कि उन्होंने बिना किसी विचार के उनके निर्देशों का पालन करना शुरू कर दिया।
ठगी के तरीकों का खुलासा
जब उन्हें बताया गया कि उन्हें मुंबई पुलिस स्टेशन में उपस्थित होना होगा, तो उन्होंने घबराते हुए पुलिस वर्दी पहने एक व्यक्ति को देखा। ठगों ने उन्हें सुनिश्चित किया कि अगर वे सहयोग करेंगी, तो सब कुछ सही हो जाएगा। फिर उन्होंने फर्जी दस्तावेज पेश किए जिसमें एफआईआर और सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी किए गए फर्जी अरेस्ट ऑर्डर शामिल थे।
आविश्वस्त होकर शिक्षिका ने अपने एसबीआई बैंक खाते से 50 लाख रुपये एक निर्दिष्ट खाते में आरटीजीएस कर दिए। यह सब कुछ तब हुआ जब वीडियो कॉल चालू थी।
धोखाधड़ी का अहसास और उसके बाद की कार्रवाई
शिक्षिका ने जैसे ही कॉल नंबरों की जानकारी अपने फोन में ट्रूकॉलर पर जांची, उन्हें पता चला कि ये सभी नंबर धोखाधड़ी में शामिल हैं। तब तक बहुत देर हो चुकी थी, और उनके खाते में से पैसा गायब हो चुका था। इसके बाद, शिक्षिका ने तुरंत साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
साइबर थाना प्रभारी अरुण चौहान ने कहा कि इस मामले में विशेष जांच दल का गठन किया गया है। यह घटना सिर्फ एक अकेली शिक्षिका की नहीं है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि हमें साइबर धोखाधड़ी के प्रति जागरूक रहना चाहिए।
साइबर सुरक्षा का महत्व
आज के डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण हो गई है। व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखना, मजबूत पासवर्ड का उपयोग करना और दो-चरणीय प्रमाणीकरण सभी के लिए आवश्यकता बन गया है। हर व्यक्ति को इस प्रकार की घटनाओं के प्रति सजग रहने की जरूरत है।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि साइबर अपराधी बहुत आसानी से लोगों को अपने जाल में फंसा सकते हैं और उनकी ज़िंदगी में खतरनाक स्तिथि पैदा कर सकते हैं। हर किसी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है और यदि किसी प्रकार की धोखाधड़ी का संदेह हो, तो तुरंत अपने स्थानीय साइबर थाने से संपर्क करना चाहिए।
सिर्फ अपने सुरक्षित भविष्य के लिए सजग रहना ही काफी नहीं, बल्कि सभी को इस चुनौती का सामना मिलकर करना होगा।
कम शब्दों में कहें तो, यह घटना हमें सतर्क रहने की आवश्यकता का एहसास कराती है। अगर आप और अधिक जानकारी चाहते हैं, तो यहां क्लिक करें.
सादर,
टीम हक़ीकत क्या है, श्रुति शर्मा
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