बदरीनाथ धाम में “एक पेड़ मां के नाम” अभियान: पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम
वन महोत्सव के अंतर्गत •”एक पेड़ मां के नाम “ •बीकेटीसी उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती The post बदरीनाथ धाम में “एक पेड़ मां के नाम” अभियान first appeared on radhaswaminews.

बदरीनाथ धाम में “एक पेड़ मां के नाम” अभियान
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कम शब्दों में कहें तो, बदरीनाथ धाम में आज “एक पेड़ मां के नाम” पहल के तहत वृक्षारोपण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य हिमालयी क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण और वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करना है। बीकेटीसी के उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में अधिकारियों के साथ-साथ स्थानीय समुदाय के सदस्यों ने भी भाग लिया।
वन महोत्सव के अंतर्गत वृक्षारोपण
यह वृक्षारोपण कार्यक्रम वन महोत्सव के अंतर्गत शुरू किया गया, जिसमें स्थानीय पौधों जैसे बांज, बुरांस, देवदार, और तुलसी का रोपण किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत से पहले धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल ने सभी पौधों की पूजा-अर्चना की। बीकेटीसी उपाध्यक्ष ने इस अवसर पर बताया कि उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यावरण में निरंतर गिरावट देखी जा रही है। उनका कहना था कि इस वृक्षारोपण से न केवल भूस्खलन जैसी घटनाओं को नियंत्रित करना संभव होगा, बल्कि यह स्थानीय पारिस्थितिकी का भी संरक्षण करेगा।
पर्यावरण संरक्षण की महत्वपूर्णता
ऋषि प्रसाद सती ने कहा कि हिमालयी क्षेत्रों में पिछले कुछ समय से पर्यावरण के प्रति जागरूकता बहुत जरूरी है। भूस्खलन, वन्यजीवों की दुर्दशा और जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएं इस अभियान की आवश्यकता को दर्शाती हैं। उनका मानना है कि इसके माध्यम से हम आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ पर्यावरण छोड़ सकते हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित लोग
इस खास मौके पर बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने सभी उपस्थित लोगों को धन्यवाद दिया जिन्होंने कार्यक्रम की सफलता में योगदान दिया। इस कार्यक्रम में मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, थाना प्रभारी नवनीत भंडारी, प्रशासकीय अधिकारी कुलदीप भट्ट, और स्थानीय लोग भी शामिल हुए।
निष्कर्ष
“एक पेड़ मां के नाम” अभियान जैसे कार्यक्रम न केवल पर्यावरण सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं बल्कि यह हमारे सांस्कृतिक और पारंपरिक मूल्यों को भी संरक्षित करने में सहायक होते हैं। इससे न केवल स्थानीय समुदाय को लाभ होगा, बल्कि यह मनुष्य और प्रकृति के बीच संतुलन स्थापित करने में भी मदद मिलेगी। वृक्षारोपण के इस कार्यक्रम ने यह साबित किया है कि पर्यावरण की सुरक्षा हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
इस प्रकार के और भी अभियानों की आवश्यकता है, ताकि हम एक हरे-भरे और स्वस्थ पर्यावरण का निर्माण कर सकें। अधिक जानकारी के लिए, कृपया विजिट करें haqiqatkyahai.com।
सादर, टीम हकीकत क्या है - साक्षी शर्मा
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