नेपाल में तीन जगह भूकंप आया, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं
नेपाल में शनिवार को तीन जगह भूकंप का झटका महसूस किया गया। हालांकि, इसमें किसी तरह के नुकसान या किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र (एनईएमआरसी) के अनुसार, स्थानीय समयानुसार अपराह्न 2.35 बजे 5.9 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जिसका केंद्र पूर्वी नेपाल के तापलेजंग जिले से लगभग 140 किलोमीटर उत्तर में तिब्बत की डिंगे काउंटी में था। एनईएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि भूकंप के झटके काठमांडू और पूर्वी नेपाल के कुछ अन्य जिलों में भी महसूस किए गए। इससे पहले दिन में पश्चिमी नेपाल के बागलुंग और म्याग्दी जिलों में क्रमशः दो भूकंप आने की खबर मिली। एनईएमआरसी के अनुसार, काठमांडू से करीब 300 किलोमीटर दूर बागलुंग जिले में सुबह छह बजकर 20 मिनट पर भूकंप आया। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.1 थी और इसका केंद्र जिले का खुखानी इलाका था। इसने बताया कि इससे पहले तड़के 3.14 बजे बागलुंग से करीब 40 किलोमीटर दूर म्याग्दी जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए। केंद्र ने कहा कि रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.0 मापी गई जिसका केंद्र म्याग्दी जिले का मुरी इलाका था। एनईएमआरसी के आंकड़ों के अनुसार, 2025 में नेपाल में 10 भूकंप आ चुके हैं, जिनकी तीव्रता 4.0 से अधिक थी, जबकि 2024 में 22 भूकंप दर्ज किए गए। हिमालयी राष्ट्र में अब तक का सबसे भयावह भूकंप 2015 में आया था। उस समय 7.8 तीव्रता के भूकंप में 9,000 से अधिक लोग मारे गए थे और 8,00,000 से अधिक घर, स्कूल भवन और अन्य संरचनाएं क्षतिग्रस्त हो गई थीं।

नेपाल में तीन जगह भूकंप आया, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं
Haqiqat Kya Hai
लेखिका: सारा वर्मा, टीम नेतानागरी
नेपाल के विभिन्न हिस्सों में हाल ही में तीन तीव्र भूकंप आए हैं, लेकिन राहत की बात है कि इन घटनाओं के कारण किसी भी प्रकार के हताहत होने की सूचना नहीं है। ये भूकंप नेपाल के विभिन्न जिलों में महसूस किए गए, जिससे लोगों में थोड़ी चिंता पैदा हुई, लेकिन प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में रखा।
भूकंप की तीव्रता और स्थान
नेपाल के भूकंप मापन केंद्र के अनुसार, ये भूकंप क्रमशः सुबह करीब 10:30 बजे, 11:15 बजे और 12:00 बजे के आस-पास आए। पहला भूकंप धरती के 5.3 की तीव्रता का था, जिसे काठमांडू, भक्तपुर और ललितपुर में महसूस किया गया। इसके बाद दूसरे और तीसरे भूकंप की तीव्रता क्रमशः 4.8 और 4.6 दर्ज की गई।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
स्थानीय प्रशासन ने तेजी से प्रतिक्रियाएं दी हैं और सुनामी या बड़े खतरे को रोकने के लिए स्थिति की निगरानी की जा रही है। नेशनल डिसास्टर रिस्पांस फोर्स की टीमें तुरंत राहत कार्य के लिए तैयार हैं ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति का सामना किया जा सके। नागरिकों को केवल सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
सामाजिकMedia पर प्रतिक्रियाएँ
सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर, लोगों ने अपने अनुभव साझा किए हैं। कई उपयोगकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने भूकंप के झटके महसूस किए, जिससे उनमें चिंता का माहौल बना। हालांकि सभी ने प्रशासन की प्रतिक्रिया की तारीफ की और स्थिति को शांत रखा।
भूकंप के पीछे का कारण
भूकंप के पीछे का कारण टेक्टोनिक प्लेटों का विस्थापन है, जो नेपाल जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में आम है। वैज्ञानिकों का कहना है कि नेपाल भूकंपीय गतिविधियों के लिए एक संवेदनशील क्षेत्र है। इसलिए, ऐसे घटनाओं की संभावनाओं पर नजर रखना आवश्यक है।
निष्कर्ष
नेपाल में आए भूकंप का अनुभव करने के बाद, लोगों को आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए सतर्क रहना चाहिए। प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों से यह दिखाई देता है कि वे स्थिति को गंभीरता से लेकर चल रहे हैं। इससे न केवल जनजीवन को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी, बल्कि भूकंप के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी।
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