नामी गिरामी स्कूल ने महिला टीचर को किया प्रताड़ित, वेतन देने से किया मना

डीएम के हस्तक्षेप के बाद स्कूल प्रबन्धन द्वारा प्रताड़ित महिला टीचर कनिका मदान की बकाया राशि 2 दिन में की जारी 13 अक्टूबर को जनता दर्शन, कलेक्ट्रेट में आया था शिक्षिका का प्रकरण। 2 माह का वेतन और सुरक्षा राशि दबाए बैठा था नामी गिरामी स्कूल, अनुभव प्रमाण देने में भी आनाकानी सुहानी अग्रवाल देहरादून […]

Oct 18, 2025 - 09:39
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नामी गिरामी स्कूल ने महिला टीचर को किया प्रताड़ित, वेतन देने से किया मना
  • डीएम के हस्तक्षेप के बाद स्कूल प्रबन्धन द्वारा प्रताड़ित महिला टीचर कनिका मदान की बकाया राशि 2 दिन में की जारी
  • 13 अक्टूबर को जनता दर्शन, कलेक्ट्रेट में आया था शिक्षिका का प्रकरण।
  • 2 माह का वेतन और सुरक्षा राशि दबाए बैठा था नामी गिरामी स्कूल, अनुभव प्रमाण देने में भी आनाकानी

सुहानी अग्रवाल
देहरादून (महानाद) : एक नामी गिरामी स्कूल ने एक महिला टीचर का 2 महीने का वेतन और उसे अनुभव प्रमाण पत्र देने से मना कर दिया। मामला डीएम सविन बंसल के संज्ञान में आते ही जिला प्रशासन का हंटर चला और स्कूल 2 दिन में ही घुटनों के बल आ गया और टीचर का लम्बित वेतन, सुरक्षा राशि 78,966 धनराशि के चैक व अनुभव प्रमाण पत्र जारी कर दिया।

आपको बता दें कि विगत 13 अक्टूबर को जनता दर्शन, कलेक्ट्रेट में कनिका मदान ने डीएम सविन बसंल से गुहार लगाई कि वह मोथोरोवाला में इडिफाई वर्ल्ड स्कूल में शिक्षण का कार्य करती है। स्कूल उनके मार्च तथा जुलाई के वेतन सहित सुरक्षा राशि नहीं दे रहा है, साथ ही स्कूल प्रबन्धन द्वारा अनुभव प्रमाण पत्र भी जारी नहीं किया गया है। जिस पर डीएम ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को तत्काल कार्यवाही करते हुए वस्तुस्थिति से अवगत कराने के निर्देश दिए।

आपको बता दें कि डीएम सविन बंसल जनहित, असहाय, व्यथितों शोषितों के प्रकरण में कड़े एक्शन के लिए जाने जाते हैं। अपनी कार्य प्रवृत्ति के अनुसार निरंतर बड़े निर्णय ले रहे हैं। डीएम बंसल के संज्ञान लेते ही नामी गिरामी स्कूल घुटनों के बल आ गया। कनिका मदान को 2 माह का वेतन भुगतान के चैक धनराशि 78,966 रुपये जारी करते हुए अनुभव प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया।

स्वास्थ्य से लेकर, शिक्षा रोजगार तक जिला प्रशासन द्वारा निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। जो कि एक सराहनीय पहल है। इससे शोषण करने वालों में भी भय का माहौल है। जिला प्रशासन की इस नई कार्यशैली से असहाय व्यथितों को निर्णय की आस बढ रही है, जिससे डीएम सविन बंसल के जन दर्शन के अतिरिक्त उनके कार्यालय कक्ष में अपनी समस्याओं के समाधान के लिए फरियादियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है, जिसमें 40-50 लोग प्रतिदिन डीएम के कक्ष में अपनी समस्याओं को लेकर मिलते हैं, तथा उनको समयबद्ध समाधान मिल रहा है।

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