खालिद के कबूलनामे ने खोला पेपर लीक का राज, जानें कैसे मोबाइल से पहुंचा प्रश्नपत्र

Amit Bhatt, Dehradun: यूकेएसएसएससी (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में हुए पेपरआउट प्रकरण में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। गिरफ्तार मुख्य आरोपी खालिद मलिक ने पूछताछ में मान लिया है कि उसने पूरी साजिश रची और मोबाइल फोन के जरिए प्रश्नपत्र को परीक्षा कक्ष से बाहर भेजा। हालांकि, पुलिस के अनुसार वह उत्तर … The post खालिद के कबूलनामे से खुला राज, मोबाइल से सेंटर के अंदर ऐसे पहुंचा प्रश्नपत्र! appeared first on Round The Watch.

Sep 25, 2025 - 00:39
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खालिद के कबूलनामे ने खोला पेपर लीक का राज, जानें कैसे मोबाइल से पहुंचा प्रश्नपत्र

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कम शब्दों में कहें तो, यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में हुए पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तार मुख्य आरोपी खालिद मलिक ने पुलिस पूछताछ में कई ब重要 राज़ खोले हैं। उसने कबूल किया है कि उसने इस साजिश को अंजाम दिया और मोबाइल फोन की मदद से प्रश्नपत्र को परीक्षा कक्ष से बाहर भेजा। हालांकि, उसे प्रश्नों के उत्तर देखने में सफल नहीं हो सका।

Amit Bhatt, Dehradun: हाल ही में आयोजित यूकेएसएसएससी (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने की घटना ने हर तरफ हलचल मचा दी है। पुलिस ने मुख्य आरोपी खालिद मलिक को गिरफ्तार किया है, जिसने पूछताछ में स्वीकार किया है कि वह इस अपराध में शामिल था। उसके कबूलनामे ने संपूर्ण मामले के कई पहलुओं को उजागर कर दिया है।

खालिद का इंतज़ार खत्म, साजिश का खुलासा

खालिद मलिक ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह काफी समय से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था, लेकिन कई बार मामूली अंकों से चयनित होने से चूक गया। इस निराशा के चलते उसने नकल करने का प्लान बनाया। योजना के मुताबिक, उसने परीक्षा केंद्र के भीतर मोबाइल फोन छिपाकर लाने का एक उपाय खोज निकाला था।

सुमन से बनाई दोस्ती, साजिश में शामिल

इसके लिए उसने टिहरी की असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन से संपर्क किया, जो खुद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थीं। खालिद और सुमन की पहली मुलाकात तब हुई जब वह पीडब्ल्यूडी में संविदा पर जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत था। सुमन की उसे जानकारी थी कि वह प्रश्नपत्र हल करने में दक्ष है।

साजिश में बहन की भूमिका

खालिद ने अपनी बहन साबिया को इस साजिश में शामिल किया। उसने परीक्षा से पहले अपना मोबाइल फोन अपनी बहन को देकर कहा कि प्रश्नपत्र की फोटो उसे भेजी जाएगी, जिसे आगे सुमन को भेजना है और जवाब लेकर वापस भेजना है।

परीक्षा केंद्र में मोबाइल कैसे पहुंचा?

पुलिस के अनुसार, खालिद ने परीक्षा से एक दिन पहले हरिद्वार स्थित आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज के परीक्षा केंद्र की रेकी की। उसे पता चला कि स्कूल का एक नया निर्माण चल रहा है। उसी का फायदा उठाते हुए वह शाम को पीछे से केंद्र में घुसा और अपना आईफोन 12 मिनी निर्माणाधीन हिस्से में छिपा आया।

21 सितंबर को परीक्षा देने के बाद, उसने प्रश्नपत्र के तीन पन्नों की फोटो खींची और बाथरूम जाने के बहाने उन्हें अपनी बहन साबिया को भेज दिया। साबिया ने ये फोटो सुमन को भेजकर उत्तर मांगे। परंतु कक्ष निरीक्षक ने उसे दोबारा बाथरूम जाने की अनुमति नहीं दी। इससे खालिद प्रश्नों के उत्तर देखने में असफल रहा और अपनी समझ से ओएमआर शीट भर दी।

सोशल मीडिया पर विफलता का असर

परीक्षा खत्म होने के बाद खालिद ने घर लौटते ही सोशल मीडिया पर अपने द्वारा खींचे गए प्रश्नपत्र की तस्वीरें देखीं। इससे वह घबरा गया और तुरंत अपनी बहन व मोबाइल लेकर घर से फरार हो गया। भागते समय उसने दोनों सिम कार्ड तोड़ दिए और मोबाइल फोन को रीसेट कर दिया। एक मोबाइल को उसने ट्रेन के डस्टबिन में फेक दिया और लखनऊ पहुंच गया। अंतत: पुलिस ने उसे देहरादून में गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस की कार्रवाई और पूछताछ

पुलिस ने खालिद को रायपुर थाने में लाकर घंटों पूछताछ की, जिसमें उससे कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ मिलीं। उसके कब्जे से वह मोबाइल भी बरामद हुआ जिससे प्रश्नपत्र की तस्वीरें बाहर भेजी गई थीं। मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

खालिद की बहन साबिया को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में अब तक हमलावरों के संगठित गिरोह का खुलासा नहीं हुआ है। इसके अलावा, खालिद इस बात की पुष्टि करता है कि वह उत्तर देखने में सफल नहीं हुआ।

आरोपी का भविष्य और पुलिस की पहल

खालिद मूल रूप से हरिद्वार जिले के लक्सर क्षेत्र का रहने वाला है और उसने 2013 में राजस्थान की एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया। इस घटना ने सवाल उठाए हैं कि भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अभ्यर्थियों को किन किन चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

साक्ष्यों की जरूरत

जिस तरह से ये घटनाएँ घटित हुई हैं, उसके बाद पुलिस ने सभी नागरिकों से अपील की है कि यदि किसी के पास इस परीक्षा या पेपर लीक से संबंधित कोई साक्ष्य है तो पुलिस को उपलब्ध कराएं। पुलिस का कहना है कि आगे की विवेचना में हर तथ्य और साक्ष्य को ध्यान में लिया जाएगा।

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सादर,
टीम हकीकत क्या है, प्रिया सिंह

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