देहरादून महिलाओं की सुरक्षा: महिला आयोग ने निजी सर्वे को बताया भ्रामक

Amit Bhatt, Dehradun: महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हाल ही में जारी ‘नारी 2025’ रिपोर्ट पर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने कड़ा रुख अपनाया है। आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने स्पष्ट कहा कि यह रिपोर्ट भ्रामक, आधारहीन और देहरादून की छवि धूमिल करने वाली है। दिल्ली में 28 अगस्त को आयोजित नारी 2025 कार्यक्रम … The post देहरादून महिलाओं के लिए सुरक्षित, निजी सर्वे भ्रामक: महिला आयोग appeared first on Round The Watch.

Sep 2, 2025 - 00:39
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देहरादून महिलाओं की सुरक्षा: महिला आयोग ने निजी सर्वे को बताया भ्रामक
देहरादून महिलाओं की सुरक्षा: महिला आयोग ने निजी सर्वे को बताया भ्रामक

देहरादून महिलाओं की सुरक्षा: महिला आयोग ने निजी सर्वे को बताया भ्रामक

कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने हाल ही में ‘नारी 2025’ रिपोर्ट को भ्रामक और आधारहीन बताया है, जिससे देहरादून की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - Haqiqat Kya Hai

Amit Bhatt, Dehradun: महिलाओं की सुरक्षा के संबंध में हाल ही में जारी ‘नारी 2025’ रिपोर्ट पर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने कड़ा रुख अपनाते हुए इसका विरोध किया है। आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने रिपोर्ट को भ्रामक, आधारहीन और देहरादून की छवि धूमिल करने वाला करार दिया है। यह रिपोर्ट दिल्ली में 28 अगस्त को आयोजित नारी 2025 कार्यक्रम में पीवैल्यू एनालिटिक्स के सर्वे पर आधारित है।

इस सर्वे में 31 शहरों की 12,770 महिलाओं के अनुभवों का अध्ययन किया गया, जिसके आधार पर देहरादून को महिलाओं के लिए असुरक्षित शहरों की सूची में शामिल किया गया। कुसुम कण्डवाल ने इस रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “सिर्फ 12,770 महिलाओं से कराए गए निजी सर्वे पर असुरक्षा का निष्कर्ष निकालना पूरी तरह भ्रामक है।"

कुसुम कंडवाल, अध्यक्ष (उत्तराखंड राज्य महिला आयोग)
कुसुम कंडवाल, अध्यक्ष (उत्तराखंड राज्य महिला आयोग)

उन्होंने आगे कहा कि, "देहरादून की महिलाएं जानती हैं कि यहां सरकार और प्रशासन पूरी तरह सतर्क हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी महिलाओं की सुरक्षा के प्रति बेहद संवेदनशील हैं और किसी भी अप्रिय घटना पर तुरंत कड़ी कार्रवाई की जाती है।”

राष्ट्रीय महिला आयोग का भी समर्थन नहीं

कण्डवाल ने बताया कि पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजय रहाटकर भी मौजूद थीं, लेकिन उन्होंने इस सर्वे का समर्थन नहीं किया। रहाटकर ने स्पष्ट कहा कि इस रिपोर्ट का राष्ट्रीय महिला आयोग से कोई लेना-देना नहीं है और न ही यह उनकी ओर से जारी की गई है।

महिला आयोग तलब करेगा रिपोर्ट

महिला आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि देहरादून की छवि को धूमिल करने की यह कोशिश दुर्भाग्यपूर्ण है। आयोग जल्द ही पीवैल्यू एनालिटिक्स से इस रिपोर्ट से जुड़े सभी आंकड़ों को तलब करेगा और कड़ी कार्रवाई पर विचार करेगा।

कुसुम कंडवाल ने अपनी बात को समाप्त करते हुए कहा, “देहरादून को महिलाओं के लिए असुरक्षित बताना वास्तविकता से परे है। इस तरह के भ्रामक आंकड़े जनभावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के सर्वे आंकड़ों के आधार पर शहर की छवि को खराब करने का प्रयास करते हैं, जबकि देहरादून में महिला सुरक्षा के लिए विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी प्रयास चल रहे हैं।

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संपूर्ण जानकारी और मुद्दों पर चर्चा के लिए जुड़े रहें। Team Haqiqat Kya Hai, साक्षी शर्मा.

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