सीएम धामी: मातृशक्ति की सेवा में एक भाई के रूप में प्रतिबद्धता

देहरादून: सीएम धामी ने कहा कि वे एक मुख्यमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि एक भाई के रूप में माताओं-बहनों की सेवा में उपस्थित हैं। उन्होंने अपील की कि प्रदेश की किसी भी बहन-बेटी को कभी भी कोई परेशानी हो तो वो सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय में संपर्क करें, मुख्यमंत्री का प्रयास रहेगा कि वे स्वयं […]

Aug 4, 2025 - 09:39
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सीएम धामी: मातृशक्ति की सेवा में एक भाई के रूप में प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि एक भाई के रूप में मातृशक्ति की सेवा में सीएम धामी

सीएम धामी: मातृशक्ति की सेवा में एक भाई के रूप में प्रतिबद्धता

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देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान देते हुए कहा है कि वे अपने दायित्वों को एक मुख्यमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि एक भाई के रूप में निभाते हैं। उन्होंने प्रदेश की सभी माताओं और बहनों को आश्वासन दिया कि यदि उन्हें कभी कोई समस्या हो तो वे सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय में संपर्क कर सकती हैं। उनका यह प्रयास रहेगा कि वे खुद माताओं-बहनों के मुद्दों का समाधान करें।

नई योजनाएँ और उनकी महत्ता

सीएम धामी ने "जल सखी योजना" की शुरुआत की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है। इस योजना के तहत पानी की आपूर्ति के कार्यों की जिम्मेदारी महिला स्वयं सहायता समूहों को सौंपी जाएगी। इसके अलावा, नए कनेक्शन, बिल वितरण और अन्य सुविधाओं का रखरखाव भी इन समूहों के माध्यम से किया जाएगा। यह योजना न केवल माताओं के लिए रोजगार का अवसर प्रदान करती है, बल्कि उनकी जिम्मेदारी और भागीदारी का भी प्रतीक है।

उन्होंने रक्षाबंधन समारोह में भाग लेते हुए कहा कि मातृ शक्ति का प्रेम और आशीर्वाद उन्हें सेवा के लिए प्रेरित करता है। यह पर्व हमारे सामाजिक कर्तव्यों को याद दिलाता है, जो बहनों के प्रति हमारी जिम्मेदारियों को भी दर्शाता है।

महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में ठोस कदम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए निरंतर प्रयासरत है। धामी ने "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ", "सुकन्या समृद्धि योजना" और "उज्ज्वला योजना" जैसी कई योजनाओं का उल्लेख किया है। ये सभी योजनाएँ महिलाओं के आजीविका स्तर को ऊँचा उठाने के लिए डिज़ाइन की गई हैं।

इसके अतिरिक्त, सरकार ने महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 30% आरक्षण देने का निर्णय लिया है, जिससे उनकी भागीदारी में वृद्धि हो सकेगी। स्वयं सहायता समूहों को भी वित्तीय सहायता दी जा रही है, जिससे उनकी उद्यमिता को प्रोत्साहन मिल रहा है। लखपति दीदी योजना के अंतर्गत 1.63 लाख महिलाएं लाभान्वित हुई हैं, जो इस दिशा में एक बड़ा कदम है।

वैश्विक मंच पर महिलाओं की उत्पादकता

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश की महिलाओं द्वारा निर्मित सामान अब "हाउस ऑफ हिमालयाज" ब्रांड के तहत अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहुँच रहे हैं। इसके माध्यम से महिलाओं को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत करोड़ों रुपये का लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना के अंतर्गत 30,000 महिलाओं ने 5 करोड़ रुपये से अधिक का व्यवसाय किया है।

निष्कर्ष

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का यह दृष्टिकोण दर्शाता है कि वे मातृ शक्ति के उत्थान और सशक्तिकरण के लिए कितने समर्पित हैं। उनका संदेश केवल महिलाओं के लिए ही नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज के लिए महत्वपूर्ण है। यह सरकार की नीतियों का एक उदाहरण प्रस्तुत करता है, जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्व रखता है।

सीएम धामी ने यह भी स्पष्ट किया है कि उनके कार्य केवल योजनाओं तक सीमित नहीं हैं, बल्कि भाईचारे और प्रेम का प्रतीक हैं। एक भाई के रूप में, वे हमेशा माताओं और बहनों की सेवा में तत्पर रहेंगे, यह एक प्रेरणादायक संदेश है जो समाज में नई ऊर्जा और उत्साह पैदा करेगा।

कम शब्दों में कहें तो, सीएम धामी महिलाओं के उत्थान के प्रति बहुत ही गंभीर और संवेदनशील हैं। यदि आपको इस विषय में अधिक जानने की इच्छा हो, तो हमारी वेबसाइट पर विजिट करें: Haqiqat Kya Hai

सादर,
टीम Haqiqat Kya Hai

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