सिटी क्लब में कांग्रेस के दो गुटों के बीच हिंसक झड़प, पुलिस ने दर्ज किया मामला

रुद्रपुर (महानाद) : सिटी क्लब में कांग्रेस के 2 गुट आपस में भिड़ गये और दोनों गुटों में जमकर मारपीट हो गई। पुलिस ने दोनों गुटों की ओर से आई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि […]

Sep 6, 2025 - 09:39
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सिटी क्लब में कांग्रेस के दो गुटों के बीच हिंसक झड़प, पुलिस ने दर्ज किया मामला
सिटी क्लब में कांग्रेस के दो गुटों के बीच हिंसक झड़प, पुलिस ने दर्ज किया मामला

सिटी क्लब में कांग्रेस के दो गुटों के बीच हिंसक झड़प

रुद्रपुर (महानाद) : सिटी क्लब में कांग्रेस के दो गुटों के बीच झड़प हो गई, जिसके परिणामस्वरूप जमकर मारपीट हुई। यह घटना तब हुई जब पार्टी के संगठन सृजन अभियान के तहत कई कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता एकत्रित हुए थे। पुलिस ने दोनों गुटों की ओर से प्राप्त तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

घटनाक्रम की शुरुआत

कांग्रेसी महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा के अनुसार, 4 सितंबर को सिटी क्लब में यह घटना घटी। जब संगठन सृजन अभियान के प्रभारी व अन्य नेता मंच पर संबोधित कर रहे थे, तभी संजय जुनेजा नामक एक नेता ने माहौल बागी बना दिया। उन्होंने गाली-गलौज करते हुए कार्यकर्ताओं को अपमानित करने का प्रयास किया। स्थिति को काबू करने के लिए पर्यवेक्षक ने बीच में हस्तक्षेप किया।

हिंसा का उग्र दौर

सीपी शर्मा ने आगे बताया कि माहौल थोड़ा सामान्य होने पर संजय जुनेजा और उनके साथियों ने फिर से गाली देना शुरू कर दिया। इस बीच, वार्ड 39 के पार्षद सौरभ बेहड़ ने ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष नंद किशोर गंगवार पर हमला कर दिया। जैसे ही लोग बीच-बचाव के लिए आए, सौरभ बेहड़ और अन्य ने कार्यकर्ता अर्णव के साथ मारपीट शुरू कर दी।

जातिवाद का मुद्दा और धमकियाँ

इस दौरान एक अनुसूचित जाति के कार्यकर्ता संदीप कुमार ने रोका, लेकिन उन्हें जातिवादी गालियों का सामना करना पड़ा। सौरभ बेहड़ ने धमकी दी कि वह संदीप को गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें। इसके साथ ही, उन्होंने नंद किशोर गंगवार और अर्णव पर भी हमले किए, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।

पुलिस कार्रवाई

सीपी शर्मा ने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच एसआई होशियार सिंह को सौंप दी गई है।

प्रतिशोध का इतिहास

इस घटना से पहले, संदीप चीमा नामक एक नेता ने अतीत में राजेंद्र मिश्रा को जान से मारने की धमकी दी थी। इस मामले में मोहन खेड़ा ने भी पुलिस को तहरीर दी है, जिसमें उन्होंने कहा कि संदीप चीमा और उसके अनुयाइयों ने जानबूझकर राजेंद्र मिश्रा को निशाना बनाया।

भविष्य की संभावनाएँ

घटनाक्रम से जुड़ी जानकारी आस-पास के सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो गई है, जिससे स्थिति की सत्यता को और बल मिलेगा। मोहन खेड़ा ने चेतावनी दी है कि हमलावरों की मंशा स्पष्ट है और भविष्य में और भी अप्रिय घटनाएँ घटित हो सकती हैं।

कम शब्दों में कहें तो, कांग्रेस पार्टी के भीतर की यह विवादास्पद घटना संगठन में कमी के संकेत देती है। इसे लेकर स्थानीय पुलिस सक्रिय है और अधिकारियों ने उचित कार्रवाई सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है।

स्त्रोतों के अनुसार, कांग्रेस के गणमान्य लोग जल्द ही इस मुद्दे पर महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं। इसके अलावा, इस संघर्ष से पार्टी की छवि पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है।

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सादर, टीम हकीकत क्या है - प्रिया शर्मा

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