बागेश्वर: शौर्य दिवस पर श्रद्धांजलि और देशभक्ति का भाव प्रकट हुआ
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर। जिले में शौर्य दिवस (कारगिल विजय दिवस) हर्षोल्लास और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया गया। शहीद स्मारक पर मुख्य अतिथि दर्जाधारी शिवि सिंह बिष्ट, जिलाधिकारी आशीष भटगांई, पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर घोड़के, नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल ने कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीदों के चित्रों पर माल्यार्पण किया […] The post बागेश्वर : जिले में हर्षोल्लास और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया गया शौर्य दिवस appeared first on Creative News Express | CNE News.
बागेश्वर: शौर्य दिवस पर श्रद्धांजलि और देशभक्ति का भाव प्रकट हुआ
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सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर। जिले में शौर्य दिवस जिसे कारगिल विजय दिवस के रूप में भी मनाया जाता है, इस बार हर्षोल्लास और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया गया। यह दिन समानता और राष्ट्रीयता का प्रतीक है और इसे प्रमुखता से मनाने के लिए शहीद स्मारक पर एक गरिमामयी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में दर्जाधारी शिवि सिंह बिष्ट, जिलाधिकारी आशीष भटगांई, पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर घोड़के और नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल ने कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। सभी ने शहीदों के चित्रों पर फूलों की मालाएँ चढ़ाकर उन्हें याद किया।
समारोह का महत्व
हर वर्ष 26 जुलाई को मनाया जाने वाला शौर्य दिवस वास्तव में भारतीय सैनिकों की वीरता और बलिदान का दिन है। 1999 में, इस दिन को कारगिल विजय दिवस के रूप में याद किया जाता है जब हमारे जांबाज सैनिकों ने दुश्मनों को पराजित कर देश की सीमा की रक्षा की थी। बागेश्वर जिले में यह दिवस सिर्फ शहीदों को याद करने के लिए ही नहीं, बल्कि उनकी बहादुरी और देश के प्रति उनके त्याग को भी उजागर करने के लिए महत्वपूर्ण है।
मुख्य अतिथियों का संबोधन
मुख्य अतिथि शिवि सिंह बिष्ट ने इस अवसर पर कहा, "आज का दिन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह हमारे लिए आवश्यक है कि हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों का सम्मान करें और उनके बलिदान को याद करें।" जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने भी इस बात पर जोर दिया कि एकता और देशभक्ति ही हमें एक समृद्ध राष्ट्र बना सकती है। शहीदों की शौर्य गाथाएँ हमें प्रेरित करती हैं कि हम अपने कर्तव्यों की ओर ध्यान दें।
कार्यक्रम की विशेषताएँ
इस कार्यक्रम में बागेश्वर के स्थानीय विद्यालयों के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। देशभक्ति के गीतों, नृत्य और नाटकों ने समारोह में जोश भरा। सभी उपस्थित लोगों ने मिलकर "भारत माता की जय" के नारे लगाए, जिससे सभी में देशभक्ति का एक साज़िगा भर गया। यह आयोजन शहीदों के लिए समर्पण था, साथ ही यह संदेश भी दिया गया कि हर एक भारतीय का कर्तव्य है कि वह अपने देश और संस्कृति की रक्षा करे।
निष्कर्ष
बागेश्वर में शौर्य दिवस का आयोजन एक महत्वपूर्ण अवसर है जो देशवासियों में राष्ट्रीयता की भावना को जागृत करता है। यह हमें याद दिलाता है कि हमें अपनी संस्कृति, परंपरा और देश की सुरक्षा के लिए सदा तत्पर रहना चाहिए। शहीदों का बलिदान हमें प्रेरित करता है कि हम अपने देश की सेवा को प्राथमिकता दें।
इस प्रकार, हमें चाहिए कि हम अपनी युवा पीढ़ी को इस तरह के आयोजनों में भाग लेने और देशभक्ति की भावना को समझने का अवसर प्रदान करें। उत्साह और साहस के साथ आयोजित यह समारोह बागेश्वर जिले में सभी को उत्तरदायित्व का गहरा अहसास कराने में सफल रहा।
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