ट्रंप ने इजराइल के खिलाफ जांच को लेकर अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत पर प्रतिबंध लगाए

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल के खिलाफ जांच को लेकर अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत (आईसीसी) पर प्रतिबंध लगाने संबंधी आदेश पर बृहस्पतिवार को हस्ताक्षर किए। अमेरिका और इजराइल अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत को मान्यता नहीं देते हैं। अक्टूबर 2023 में इजराइल के खिलाफ हमास के हमले के बाद गाजा में जवाबी सैन्य कार्रवाई को लेकर कथित युद्ध अपराधों के लिए आईसीसी ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इजराइली सेना की जवाबी कार्रवाई में बच्चों सहित हजारों फलस्तीनियों की मौत हुई थी। ट्रंप द्वारा हस्ताक्षरित आदेश में आईसीसी पर ‘‘अमेरिका और उसके करीबी सहयोगी इजराइल को निशाना बनाकर अवैध तथा निराधार कार्यवाही करने’’ और नेतन्याहू और उनके पूर्व रक्षा मंत्री योआव गैलेंट के खिलाफ ‘‘बेबुनियाद गिरफ्तारी वारंट’’ जारी करके अपनी शक्ति का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है। आदेश में कहा गया है कि ‘‘अमेरिका या इजराइल, आईसीसी के अधिकार क्षेत्र से बाहर हैं। इसमें यह भी कहा गया कि आईसीसी ने दोनों देशों के खिलाफ कार्रवाई का खतरनाक कदम उठाया है। आदेश में कहा गया है कि अमेरिका आईसीसी पर ‘‘ठोस प्रतिबंध’’ लगाएगा। ट्रंप की ओर यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब नेतन्याहू वाशिंगटन के दौरे पर हैं। इजराइली राष्ट्रपति और ट्रंप ने मंगलवार को ‘व्हाइट हाउस’ में वार्ता की और नेतन्याहू ने बृहस्पतिवार को ‘कैपिटल हिल’ (अमेरिकी संसद) में सांसदों के साथ बैठक की।

Feb 7, 2025 - 10:39
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ट्रंप ने इजराइल के खिलाफ जांच को लेकर अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत पर प्रतिबंध लगाए
ट्रंप ने इजराइल के खिलाफ जांच को लेकर अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत पर प्रतिबंध लगाए

ट्रंप ने इजराइल के खिलाफ जांच को लेकर अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत पर प्रतिबंध लगाए

Haqiqat Kya Hai

लेखक: निधि शर्मा, टीम नीतानागरी

परिचय

हाल ही में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत (ICC) द्वारा किए जा रहे संभावित जांच कार्यवाही को रोकने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। ट्रंप के इस बयान ने वैश्विक राजनीति में एक नई बहस को जन्म दिया है।

अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत क्या है?

अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत एक वैश्विक संगठन है जो युद्ध अपराध, मानवता के खिलाफ अपराध और क्षेत्रीय आक्रमणों की जांच करता है। इसका उद्देश्य उन जिम्मेदार लोगों को न्याय दिलाना है जो अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करते हैं।

ट्रंप के प्रतिबंध का औचित्य

ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि ICC का इजराइल पर किए जा रहे जांच की कोशिशें न केवल अस्वीकार्य हैं बल्कि यह इजराइल की सुरक्षा को भी खतरे में डालने वाली हैं। उनका कहना है कि इजराइल एक लोकतांत्रिक देश है जो अपनी रक्षा के लिए मजबूर है।

क्या होगा आगे?

ट्रंप का यह फैसला कई एजेंसियों और देशों के बीच तनाव बढ़ा सकता है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि इससे अंतरराष्ट्रीय संबंधों में असंतुलन आ सकता है। इसके अलावा, यह जांच संभवतः मानवाधिकारों और अंतरराष्ट्रीय नियमों की अनदेखी कर सकती है।

सारांश

डोनाल्ड ट्रंप का यह कदम अंतरराष्ट्रीय राजनीति में गहरी छाप छोड़ रहा है। इजराइल के खिलाफ जांच को रोकने का निर्णय विभिन्न दृष्टिकोणों को जन्म दे रहा है। कुछ इसे ज़रूरत मानते हैं, जबकि अन्य इसे नकारात्मक दृष्टिकोण के रूप में देखते हैं। समय ही बताएगा कि ट्रंप का यह फैसला वैश्विक स्तर पर किस तरह के प्रभाव छोड़ने वाला है।

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Keywords

international criminal court, Trump, Israel, investigation, Human rights, War crimes, global politics, international relations

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