अमृतपाल सिंह पन्नू और उसके साथियों की गिरफ्तारी, पुलिस ने दिखाया कि वह है तैयार
नैनीताल/बेतालघाट (महानाद) : एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा की रणनीति पर काम करते हुए बेतालघाट पुलिस ने फायरिंग गैंग को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। पुलिस ने मुख्य आरोपी अमृतपाल उर्फ पन्नू को उसके 2 साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब तक फायरिंग के 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। मामले की जानकारी […]

अमृतपाल सिंह पन्नू अपने दो साथियों के साथ गिरफ्तार
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नैनीताल/बेतालघाट (महानाद) : बेतालघाट पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्रमुख संदिग्ध अमृतपाल उर्फ पन्नू को उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई की परिणति के रूप में, पुलिस अब तक फायरिंग गैंग के 9 आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है। यह गिरफ्तारी एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा की विशेष कार्य योजना का परिणाम है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में बढ़ते अपराध को नियंत्रित करना है।
गिरफ्तारी का विस्तृत विवरण
14 अगस्त 2025 को बेतालघाट में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान हुई घटना में, एक प्रत्याशी के समर्थकों ने प्रतिद्वंदी समर्थकों पर पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसके परिणामस्वरूप महेंद्र सिंह बिष्ट उर्फ गोधन सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, एसएसपी मीणा ने मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी हेतु विशेष पुलिस टीम का गठन किया।
पुलिस की संगठनात्मक कार्यवाही
अधिकारियों के अनुसार, पुलिस टीम ने थानाध्यक्ष अनीश अहमद के नेतृत्व में निरंतर दबिश डालते हुए, सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया और सख्त सर्विलांस का उपयोग किया। इसी क्रम में, अमृतपाल और उसके साथियों को उत्तर प्रदेश के जिला लखीमपुर से गिरफ्तार किया गया। उनके पास से एक देशी पिस्टल और जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया है। गिरफ्तार व्यक्तियों में गुरमीत सिंह उर्फ पारस और प्रदीप सिंह उर्फ शॉकर भी शामिल हैं।
आपराधिक इतिहास की जांच
अमृतपाल उर्फ पन्नू का पहले से ही कोतवाली रामनगर में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है, जिससे उनकी आपराधिक गतिविधियों का बखान होता है। वहीं, प्रदीप सिंह उर्फ शॉकर के विरुद्ध भी रामनगर में मारपीट और धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। पुलिस अब इन सभी आरोपियों के आपराधिक इतिहास की गहन जांच कर रही है।
पुलिस का स्पष्ट संदेश
एसएसपी मीणा ने यह स्पष्ट किया है कि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की अपराधिक गतिविधि करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भविष्य में ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। यह पुलिस का सख्त संदेश है कि कानून का उल्लंघन करने वाले किसी भी शख्स को सज़ा देना उनके प्राथमिक कर्तव्य में शामिल है।
इस गिरफ्तारी के माध्यम से बेतालघाट पुलिस ने एक बार फिर यह साबित किया है कि वे जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह सभी घटनाएँ पुलिस के कार्य में पारदर्शिता और तत्परता को दर्शाती हैं, जो नागरिकों के अंदर सुरक्षा का भाव पैदा करती है।
निष्कर्ष
इस गिरफ्तारी के साथ ही बेतालघाट पुलिस ने अपनी रणनीति और कार्यकर्ता क्षमता का एक महत्वपूर्ण उदाहरण प्रस्तुत किया है। आगे देखना यह होगा कि पुलिस इन आरोपियों के खिलाफ किस प्रकार की कार्रवाई करती है और क्या उनकी दीर्घकालिक योजना से क्षेत्र की सुरक्षा बढ़ेगी।
कम शब्दों में कहें तो, बेतालघाट पुलिस की इस सफल कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि वह किसी भी प्रकार के अपराध को रोकने के लिए तत्पर है। स्थानीय निवासियों के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है कि कानून अपना काम कर रहा है।
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सादर, टीम हक़ीक़त क्या है - सुषमा कुमारी
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