सौड़ गांव में ‘पर्यावरण के प्रति एक कदम’ अभियान की शुरुआत, ग्रामीणों ने किया पौधरोपण
सांकरी (मोरी) : घटती वन संपदा और बढ़ते तापमान की चिंता को देखते हुए, सौड़ The post सौड़ गांव में ‘एक कदम पर्यावरण की ओर’ अभियान की शुरुआत, ग्रामीणों ने पौधरोपण first appeared on radhaswaminews.

सौड़ गांव में ‘पर्यावरण के प्रति एक कदम’ अभियान की शुरुआत, ग्रामीणों ने किया पौधरोपण
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सांकरी (मोरी): घटती वन संपदा और बढ़ते तापमान की गंभीरता को समझते हुए, सौड़ और सांकरी ग्राम सभा के निवासियों ने एक महत्वपूर्ण पहल की। इस पहल के अंतर्गत आज ‘पर्यावरण के प्रति एक कदम’ अभियान का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में सैकड़ों ग्रामीण पारंपरिक वेशभूषा में एकत्र होकर पौधरोपण में भाग लिए और अपने गांव को एक पर्यावरणीय आदर्श ग्राम बनाने का संकल्प लिया। यह अद्भुत कार्यक्रम मंदिर प्रांगण में आयोजित किया गया था, जो ग्रामीणों की एकजुटता का प्रतीक था।
कार्यक्रम का महत्व
इस अभियान के आयोजक और शिक्षाविद, सुमन सिंह रावत ने इस पहल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “हाल के वर्षों में हमने देखा है कि वन संपदा में कमी के चलते जल स्रोतों का सूखना, ग्लेशियरों का पिघलना और जंगली जानवरों का गांवों की ओर आना जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। हमारा उद्देश्य इन मुद्दों का समाधान खोजना और हर व्यक्ति को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है। यह अभियान सिर्फ वृक्षारोपण नहीं, बल्कि हमारी जिम्मेदारी और प्रतिबद्धता का प्रतीक है।”
सहयोग एवं संकल्प
‘वृक्षाबंधन अभियान’ संस्था के संस्थापक, पंडित मनोज ध्यानी ने ग्रामीणों को निःशुल्क पौधे उपलब्ध कराए और वृक्षारोपण के लिए मार्गदर्शन भी किया। इस अवसर पर पंडित मनोज ध्यानी के साथ जेपी ध्यानी, वंदना ध्यानी, बलवीर रावत, शूरवीर रावत, आरजुन रावत, रवींद्र रावत, और रीना रावत जैसे समाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। उन्होंने ग्रामीणों को प्रेरित किया कि वे अपने गांव और प्रकृति की रक्षा के लिए आगे आएं।
ग्रामीणों का आभार
सुमन सिंह रावत ने इस आयोजन में शामिल सभी ग्रामीणों के समर्पण और सहयोग के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “यह सफलता आप सभी की मेहनत और सकारात्मक सोच का परिणाम है। मैं गर्व महसूस करता हूं कि मैं ऐसे जागरूक ग्रामवासियों के बीच रहता हूं जो अपने गांव की भलाई के प्रति संवेदनशील हैं।” उनका आभार उन सभी लोगों के लिए था जिन्होंने इस महत्वपूर्ण कार्य में अपना योगदान दिया।
पर्यटन में योगदान
सौड़ गांव, जो हरकीदून और केदारकांठा जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों का प्रवेश द्वार है, इस पहल के माध्यम से अपनी पहचान बना रहा है। आयोजकों का मानना है कि इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल पर्यावरण के संरक्षण में सहायक होंगे, बल्कि स्थानीय संस्कृति और पर्यावरण प्रेम का संदेश देश-विदेश के पर्यटकों तक पहुंचाने में भी मदद करेंगे, जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
संभावनाएं और उम्मीदें
इस कार्यक्रम में सौड़ और सांकरी ग्रामसभा के लोग उत्साहपूर्वक भाग लिए। आयोजकों ने उम्मीद जताई कि इस पहल को स्थानीय, राज्य, और राष्ट्रीय मीडिया का समर्थन मिलेगा। यह न केवल पर्यावरणीय समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाएगा, बल्कि अन्य गांवों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
इस अभियान का परिणाम स्थानीय समुदाय में जागरूकता बढ़ाना और ग्रामीणों के एकजुटता के माध्यम से एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करना होगा, जो भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा बनेगा।
सिग्नेचर: टीम हकीकत क्या है
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