देहरादून में जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान, ऋषिकेश और डोईवाला में मिलेगी राहत
देहरादून: शहरों में जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए जिला प्रशासन निरंतर कार्य कर रहा है। मा0 मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन ने आईएसबीटी में जलभराव की बडी समस्या का स्थायी निदान करने के बाद अब निगम क्षेत्रों में जलजमाव की समस्या को दूर करने के लिए बड़ा एक्शन प्लान तैयार किया […]

देहरादून में जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान, ऋषिकेश और डोईवाला में मिलेगी राहत
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कम शब्दों में कहें तो, देहरादून के शहरों में जलभराव की समस्या से निजात पाने के लिए जिला प्रशासन ने एक ठोस कदम उठाया है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में, आईएसबीटी क्षेत्र में जलभराव के स्थायी निदान के बाद अब देहरादून सिटी कॉर्पोरेशन क्षेत्रों में जलजमाव की गंभीर समस्या को हल करने के लिए एक विस्तृत एक्शन प्लान लागू किया जा रहा है।
डी-वाटरिंग पंपों का कार्यान्वयन
जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देशों के अनुसार, नगर निगम देहरादून, ऋषिकेश और डोईवाला में जलभराव की समस्या के समाधान के लिए 17 डी-वाटरिंग पंप अलग-अलग विभागों के लिए उपलब्ध कराए गए हैं। अपर जिलाधिकारी (एफआर) केके मिश्रा ने इन पंपों को बुधवार को जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र से संबंधित विभागों को सौंपा है। जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों की पहचान की गई है, जहां प्रमुख स्थानों पर जल निकासी के कार्य के लिए इन पंपों को तैनात किया जाएगा।
जल निकासी प्रक्रियाओं का निर्धारण
जिलाधिकारी ने मानसून में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, एसडीएम हरिगिरी और एसडीएम कुमकुम जोशी की अध्यक्षता में त्वरित प्रतिक्रिया टीमों (क्यूआरटी) का गठन किया है। ये टीमें जल भराव वाले क्षेत्रों में तैनात की गई हैं ताकि समय पर और प्रभावी सहायता दी जा सके। इससे स्थानीय निवासियों को जलभराव के संकट से राहत मिलने की संभावना है।
डी-वाटरिंग पंपों का प्रमुख उपयोग
इन क्यूआरटी टीमों के पास डी-वाटरिंग पंप होने से जलभराव की समस्या का समाधान होना आसान हो जाएगा। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि मानसून के दौरान जल निकासी प्रक्रिया में किसी प्रकार की रुकावट न आए। अगर कोई समस्या उत्पन्न होती है, तो त्वरित कार्रवाई करने की आवश्यकता होगी।
सार्वजनिक स्वास्थ्य और संबंधित सरकारी प्रयास
यह कदम जिला प्रशासन की ओर से नागरिकों की भलाई के लिए उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। जलभराव समस्या न केवल जल निकासी की दिशा में चुनौती है, बल्कि यह स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए भी गंभीर हो सकती है। इससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन नागरिकों के मुद्दों को सुलझाने के लिए कितनी गंभीरता से काम कर रहा है।
निष्कर्ष
जिलाधिकारी के नेतृत्व में की जा रही ये गतिविधियाँ सुनिश्चित करेंगी कि ऋषिकेश, डोईवाला और देहरादून के निवासियों को जलभराव की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इससे नागरिकों का जीवन सरल बनेगा और मानसून के मौसम में जल निकासी से संबंधित समस्याओं की संभावना कम होगी।
यह जल निकासी योजना स्थानीय प्रशासन की सक्रियता और प्रभावी सहयोग का एक महत्वपूर्ण प्रमाण है। हम उम्मीद करते हैं कि इन उपायों के माध्यम से हमारे शहर बेहतर और सुरक्षित बनेंगें।
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सादर,
टीम हकीकत क्या है (जिसे लिखा गया है साक्षी शर्मा के द्वारा)
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