उत्तराखण्ड में स्थापित होगा नई तकनीक का डेटा सेंटर, डिजिटल विकास को मिलेगी गति
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाओं का शुभारंभ किया। इनमें डिजिटल उत्तराखण्ड एप का उद्घाटन, सुरक्षित, स्केलेबल और सुगम्य प्लेटफॉर्म आधारित 66 वेबसाइटों का उद्घाटन, नगरीय क्षेत्र में कूड़ा उठाने वाले वाहनों की रियल टाइम ट्रैकिंग के लिए विकसित की […]

उत्तराखण्ड में स्थापित होगा नई तकनीक का डेटा सेंटर, डिजिटल विकास को मिलेगी गति
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय के मुख्य सेवक सदन में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाओं का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने एक महत्वपूर्ण घोषणा की कि उत्तराखंड में नेक्स्ट-जनरेशन डेटा सेंटर स्थापित किया जाएगा। यह डेटा सेंटर तकनीकी और नवाचार के क्षेत्र में राज्य को नई दिशा प्रदान करेगा।
डेटा सेंटर की महत्वपूर्ण भूमिका
आधुनिक डिजिटल युग में डेटा प्रबंधन और सुरक्षा की आवश्यकता अत्यधिक बढ़ गई है। डेटा सेंटर की स्थापना केवल डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं करेगी, बल्कि डिजास्टर रिकवरी और अन्य महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं के लिए भी महत्वपूर्ण होगी। इस पहल से सरकारी सेवाओं का स्वचालन होगा, जिससे नागरिकों को तेजी से और आसानी से सेवाएं मिलेंगी।
डिजिटल उत्तराखण्ड एप और नई वेबसाइटें
मुख्यमंत्री ने इस समारोह में डिजिटल उत्तराखण्ड एप का भी उद्घाटन किया। इस एप के जरिए लोग अपनी सुविधा के अनुसार विभिन्न सरकारी सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे और उन्हें सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके अतिरिक्त, 66 नई सरकारी वेबसाइटों का भी शुभारंभ किया गया है, जो सुरक्षित और पारदर्शी सूचना प्रदान करेंगी।
AI मिशन और गुड गवर्नेंस की दिशा में कदम
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि AI मिशन को भी जल्द ही शुरू किया जाएगा, जिसे “एक्सीलेंस सेंटर“ के रूप में विकसित किया जाएगा। इस मिशन के द्वारा नई तकनीकों का उपयोग करते हुए प्रशासन को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। इसके अलावा, गुड गवर्नेंस की अवधारणा को मजबूत करते हुए, उत्तराखंड में नेक्स्ट-जनरेशन रिमोट सेंसिंग और ड्रोन एप्लीकेशन सेंटर का विकास भी किया जाएगा।
संविधानिक और IT कैडर की स्थापना
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में एक विशिष्ट आईटी कैडर का गठन किया जाएगा, जिससे तकनीकी दक्षता को बढ़ावा मिलेगा। इसका उद्देश्य डिजिटल इंडिया के PM नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करना है। इस प्रकार की पहलें राज्य को आधुनिक तकनीक की ओर अग्रसर करेंगी।
निष्कर्ष
उत्तराखण्ड में नेक्स्ट-जनरेशन डेटा सेंटर की स्थापना एक निर्णायक कदम है जो राज्य की तकनीकी प्रगति को तेज करेगी। मुख्यमंत्री के अनुसार, इस पहल का मुख्य उद्देश्य सरकारी सेवाओं को सरल, सुरक्षित और पारदर्शी बनाना है, जिससे नागरिकों को अधिकतम लाभ मिल सके। आने वाले समय में ये तकनीकी प्रयास हर नागरिक के जीवन को बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध होंगे।
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लेखक: राधिका वर्मा, साक्षी जोशी, टीम Haqiqat Kya Hai
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