उत्तराखंड में ‘ऑपरेशन कालनेमि’ का आगाज़, ढोंगी बाबाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई

नैनीताल (महानाद) : मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रदेशभर में ‘ऑपरेशन कालनेमि’ अभियान का शुभारंभ किया गया है, जिसका उद्देश्य समाज में ढोंग, अंधविश्वास और धार्मिक आस्था के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी बाबाओं की पहचान कर उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही करना है। उक्त क्रम में एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा द्वारा समस्त […]

Jul 12, 2025 - 00:39
 162  501.8k
उत्तराखंड में ‘ऑपरेशन कालनेमि’ का आगाज़, ढोंगी बाबाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई
पुलिस ने शुरु किया ‘ऑपरेशन कालनेमि’, ढोंगी बाबाओं के विरुद्ध सख्त कार्यवाही

उत्तराखंड में ‘ऑपरेशन कालनेमि’ का आगाज़, ढोंगी बाबाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - Haqiqat Kya Hai

नैनीताल (महानाद): उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशभर में ‘ऑपरेशन कालनेमि’ अभियान का शुभारंभ किया है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य समाज में फैले अंधविश्वास, ढोंग और धार्मिक आस्था के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी बाबाओं की पहचान करना और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करना है। यह अभियान न केवल धार्मिक ठगी के मामलों को खत्म करने के लिए है, बल्कि आम जनता को इस जाल में फंसने से भी बचाने का कार्य करेगा।

अभियान की शुरुआत और उसकी आवश्यकता

मुख्यमंत्री ने अभियान के तहत एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा को सभी राजपत्रित अधिकारियों और थाना एवं चौकी प्रभारियों को निर्देशित किया है कि वे शासनादेश की सख्ती से पालन करते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में इस अभियान को प्रभावी ढंग से लागू करें। यह कदम सरकारी नीतियों के अंतर्गत समाज में फैले अंधविश्वास और ठगी को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

अभियान के प्रमुख कार्य तत्व

‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत नैनीताल जिले में व्यापक चैकिंग और वाहन जांच अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस टीमों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में सघन तलाशी अभियान, संदिग्ध व्यक्तियों की सत्यापन प्रक्रिया एवं दस्तावेजों की गहन जाँच करने का कार्य भी किया जा रहा है। धार्मिक आस्था के नाम पर लोगों को धोखा देकर आर्थिक या मानसिक शोषण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का एलान किया गया है।

इसके अतिरिक्त पुलिस ने सार्वजनिक स्थलों, मंदिर परिसरों, आश्रमों और अन्य धार्मिक गतिविधियों पर सतर्क निगरानी रखना सुनिश्चित किया है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वे किसी भी प्रकार की ठगी या धार्मिक शोषण का शिकार होने से बचें और ऐसी घटनाओं की सूचना तुरंत स्थानीय पुलिस को दें।

‘ऑपरेशन कालनेमि’ का सामाजिक महत्व

यह अभियान केवल एक पुलिस कार्यवाही नहीं है, बल्कि यह सामाजिक जागरूकता का संकेत भी है। इससे लोगों को अंधविश्वास के विरुद्ध खड़ा होने और अपने धार्मिक आस्थाओं के प्रति सजग बने रहने की प्रेरणा मिलती है। फर्जी बाबाओं के जाल को तोड़कर लोग मानसिक और आर्थिक सुरक्षा प्राप्त कर सकेंगे।

क्यों है यह अभियान महत्वपूर्ण?

‘ऑपरेशन कालनेमि’ न केवल समाज में सुधार की कल्पना करता है बल्कि यह ठगी और धोखाधड़ी की घटनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। जब लोग अपने धार्मिक विश्वासों के प्रति सजग रहेंगे, तभी समाज में सकारात्मक बदलाव आ सकेगा।

निष्कर्ष

‘ऑपरेशन कालनेमि’ सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि यह समाज के उत्थान का एक माध्यम है। इसके माध्यम से उम्मीद की जा रही है कि लोग सतर्क होंगे और अपने धर्म की आड़ में होने वाली ठगी को पहचान सकेंगे। अंत में, सभी लोगों से अपील की जाती है कि वे इस पहल का समर्थन करें और समाज में अंधविश्वास के खिलाफ एकजुट होकर काम करें। सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम को सफल बनाने के लिए हर किसी की भागीदारी जरूरी है।

इस संदर्भ में, अधिक जानकारी और अपडेट के लिए आप https://haqiqatkyahai.com पर जा सकते हैं।

– टीम Haqiqat Kya Hai

Keywords:

Operation Kalnemi, Uttarakhand police, fake babas, social awareness, public safety, fraud prevention, religious exploitation, government initiative, law enforcement, social reform

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow