पूर्व विधायक की पत्नी को दिया झांसा, हड़प लिए 47 लाख रुपये
Amit Bhatt, Dehradun: पूर्व भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी देवयानी सिंह को निवेश के नाम पर झांसा देकर 47 लाख रुपये हड़प लिए गए। देवयानी को मुनाफा मिलना तो दूर मूल रकम भी वापस नहीं मिल पाई। इस मामले में देवयानी की तहरीर पर डालनवाला थाने में पारिश अग्रवाल, प्रदीप अग्रवाल और … The post पूर्व विधायक की पत्नी को दिया झांसा, हड़प लिए 47 लाख रुपये appeared first on Round The Watch.

पूर्व विधायक की पत्नी को दिया झांसा, हड़प लिए 47 लाख रुपये
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - haqiqatkyahai
अमित भट्ट, देहरादून: उत्तराखंड में सुविख्यात भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी देवयानी सिंह को एक घोटाले का सामना करना पड़ा है, जिसमें उन पर निवेश के नाम पर 47 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया गया है। इस मामले ने स्थानीय राजनीति और निवेश के मामलों में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।
क्या हुआ?
देवयानी सिंह ने अपनी तहरीर पर बताया कि उन्हें कई बार निवेश के नाम पर लुभाया गया, लेकिन जब उन्होंने अपनी मेहनत की कमाई उसमें लगाई, तो उन्हें न केवल कोई मुनाफा मिला, बल्कि उनकी मूल राशि भी वापस नहीं हुई। आरोपियों में पारिश अग्रवाल, प्रदीप अग्रवाल और सन्नी अग्रवाल शामिल हैं, जिन्होंने देवयानी के फर्जी हस्ताक्षरों का उपयोग करके कुछ दस्तावेज भी तैयार किए हैं।
आरोपियों की गतिविधियाँ
देवयानी का कहना है कि उन्होंने आरोपियों से अपनी रकम की वापसी के लिए बार-बार संपर्क किया, लेकिन उन पर कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। यह और भी चिंताजनक है कि सन्नी अग्रवाल के खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। ऐसे में इस घटना ने उन्हें और अधिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है।
पुलिस की कार्रवाई
डालनवाला थाने में देवयानी सिंह की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई है और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। स्थानीय नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे इस तरह के मोटे लाभ के झांसे में न आएं और अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखें।
निवेश में सावधानी आवश्यक
यह घटना एक महत्वपूर्ण सीख देती है कि ऐसे फर्जी निवेश स्कीम से बचने के लिए नागरिकों को अपने निवेश के फैसले में अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए। हमेशा जांचें कि जिस फर्म या व्यक्ति के साथ आप निवेश कर रहे हैं, वह विश्वसनीय है या नहीं।
निष्कर्ष
यह मामला केवल पैसे के हड़पने का नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज में फर्जीवाड़े की वास्तविकता को दर्शाता है। हमें सावधान रहने की जरूरत है और ऐसे मामलों से सबक लेते हुए अपने निवेश के प्रति सजग रहना चाहिए। आगे की जानकारी और अपडेट के लिए, कृपया यहाँ क्लिक करें.
टीम haqiqatkyahai
Keywords:
लेखिका, भाजपा विधायक, देवयानी सिंह, निवेश धोखाधड़ी, 47 लाख रुपये, उत्तराखंड, पारिश अग्रवाल, पुलिस कार्रवाई, वित्तीय सुरक्षा, फर्जी दस्तावेज.What's Your Reaction?






