ट्रंप ने यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों पर हमले का आदेश दिया, ईरान को नई चेतावनी जारी की
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने शनिवार को यमन की राजधानी सना पर सिलसिलेवार हवाई हमलों का आदेश दिया है। उन्होंने वादा किया कि जब तक ईरान समर्थित हूती विद्रोही महत्वपूर्ण समुद्री गलियारे पर आने-जाने वाले मालवाहक जहाजों पर अपने हमले बंद नहीं कर देते, तब तक वे ‘पूरी ताकत से’ हमला करेंगे। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “हमारे बहादुर सैनिक अमेरिकी जलमार्गों, वायु और नौसैनिक संपत्तियों की रक्षा करने तथा नौवहन स्वतंत्रता को बहाल करने के लिए आतंकवादियों के ठिकानों, उनके आकाओं और मिसाइल रक्षा तंत्र पर हवाई हमले कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “कोई भी आतंकवादी ताकत अमेरिकी वाणिज्यिक और नौसैनिक जहाजों को दुनिया के जलमार्गों पर स्वतंत्र रूप से आने-जाने से नहीं रोक पाएगी।” ट्रंप ने ईरान को विद्रोही समूह का समर्थन बंद करने की चेतावनी भी दी और वादा किया कि वह ईरान को उसके कृत्यों के लिए ‘पूरी तरह से जवाबदेह’ ठहराएंगे।

ट्रंप ने यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों पर हमले का आदेश दिया, ईरान को नई चेतावनी जारी की
Haqiqat Kya Hai – अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में यमन में सक्रिय ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ हमले का आदेश दिया है। इस निर्णय से मध्य पूर्व में तनाव और बढ़ सकता है।
राष्ट्रपति ट्रंप का बयान
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “हमें हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और सहयोगियों की सुरक्षा को गंभीरता से लेना होगा। ईरान और उसके समर्थक विद्रोही समूहों की गतिविधियों के कारण स्थिति विकट हो गई है।” उनका यह बयान उस समय आया है जब हूती विद्रोहियों ने यमन में संघर्ष के दौरान कई बार अमेरिका के हितों को चुनौती दी है।
हूती विद्रोही और उनकी गतिविधियाँ
हूती विद्रोही, जो यमन के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण रखते हैं, ने ईरान से समर्थन प्राप्त किया है। इन विद्रोहियों ने कई हमलों में समुद्री गश्ती अभियानों को निशाना बनाया है। दुसरी ओर, यह अमेरिका का प्रयास है कि वह अपने सहयोगी देशों की रक्षा करे तथा इसे कड़ा संदेश भेजे कि वह ईरान के दखल को सहन नहीं करेगा।
ईरान को चेतावनी
ट्रंप प्रशासन ने ईरान के खिलाफ कड़े कदम उठाने की दिशा में यह कदम उठाया है। ऐसा हालिया घटनाक्रम ईरान की बढ़ती गतिविधियों के जवाब में आया है। अमेरिका ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि ईरान के समर्थक समूह अपनी जड़ें नहीं फैला सकें।
लोगों की प्रतिक्रिया
ट्रंप के इस निर्णय के बाद से पूरे विश्व में विभिन्न प्रतिक्रियाएँ आई हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इससे मध्य पूर्व में संघर्ष और बढ़ सकता है, जबकि अन्य इसे एक सख्त कदम मानते हैं जो ईरान के प्रभाव को सीमित कर सकता है।
निष्कर्ष
अमेरिका का यह नवीनतम कदम न केवल अमेरिका और ईरान के बीच सम्बन्धों को प्रभावित करेगा, बल्कि यह यमन की स्थिरता पर भी गहरा असर डालेगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि देश इस तनाव को कैसे प्रबंधित करेंगे।
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