Israel के बंधकों को रिहा करते हुए हमास ने थमा दिया कौन सा खतरनाक बैग? भड़के करोड़ों लोग
इजरायल से कुछ ऐसी तस्वीरें आईं हैं जिसे देखकर भारतीय लोग भड़क गए हैं। इन तस्वीरों ने इजारयलियों को तो भावुक किया ही वहीं भारतीयों का भी रिएक्शन देखने लायक है। इजरायल की महिलाओं के हाथ में एक बैग नजर आया, जिसने नया बवाल खड़ा कर दिया है। दरअसल गाजा में युद्धविराम होने के बाद हमास ने सबसे पहले तीन इजरायली महिला बंधकों को रिहा किया। तीनों महिलाओं के हाथ में हमास द्वारा दिए गए गिफ्ट नजर आए। अब इन्हीं गिफ्ट बैग को लेकर इजरायल भड़क गया है। इन गिफ्ट्स को इजरायल के मुंह पर तमाचा कहा जा रहा है। आपको बता दें कि रिहा करने से पहले इजरायली महिलाओं को हमास ने बैग में क्या दिया था। बैग में गाजा का नक्शा दिया गया है जिसमें दोबारा हमास का अधिकार दिखाया गया है। बैग में हमास की कैद के दौरान इन महिलाओं की कुछ तस्वीरें हैं। ये तस्वीरें इसलिए दी गई हैं ताकी ये महिलाएं जिंदगी भर इस दर्द को महसूस कर सके। इसके अलावा हमास ने एक महिला को पिंक कलर की ड्रेस पहना दी जो फिलिस्तीनी झंडे से ढकी नजर आई। इसे भी पढ़ें: Los Angeles में लग गई एक और जगह आग, धधक रहा 9000 एकड़ इलाकायानी इन तीन महिलाओं को रिहा करके हमास ने ऐसा प्रोपगेंडा चलाया जिसने हमास को शर्मिंदा कर दिया है। हमास ने इन तीनों बंधकों को एडवटाइजमेंट प्रोडक्ट की तरफ इस्तेमाल किया। अब कई इजरायलियों का मानना है कि इस शांति समझौते में इजरायल को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए इजरायल को हमास के साथ ये शांति समझौता तोड़ देना चाहिए। इस शांति डील और हमास के गिफ्ट को देखकर इजरायल के नेशनल सिक्योरिटी मिनिस्टर बेन-गिविर ने इस्तीफा दे चुके हैं। उन्होंने कहा है कि इससे बड़ी बेइज्जती इजरायल की नहीं हो सकती। बेन-गिविर एक बार सैकड़ों यहूदियों के साथ अल-अक्सा मस्जिद में घुस गए थे। मस्जिद में यहूदियों के प्रार्थना पर प्रतिबंध के बावजूद उन्होंने वहां प्रार्थना की थी। अब बेन गिविर की तरह कई फिलिस्तीनी नेतन्याहू से बोल रहे हैं कि हमास से डील नहीं चाहिए। इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi Exclusive: संघर्षविराम के बाद Gaza के क्या हालात हैं? वहां बचे लोगों का भविष्य कैसा होगा? आपको बता दें कि इस डील के तहत इजरायल को पूरी तरह से गाजा खाली करना पड़ेगा। गाजा में बंधक बनाये गए लोगों के रिश्तेदारों ने शुक्रवार को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से सभी शेष बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने की अपील की। उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी उनके रिश्तेदारों की रिहाई के लिए दबाव बनाए रखने की अपील की। इजराइल और हमास के बीच छह सप्ताह का युद्धविराम छठे दिन में प्रवेश कर गया है। इस बीच, इजराइल के लोग उन चार बंधकों के नामों की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जिन्हें गाजा में बंधक बनाए गए 90 से अधिक लोगों में से मुक्त किया जाएगा। हमास ने इस बारे में कोई सटीक सूचना जारी नहीं की है कि कितने बंधक अब भी जीवित हैं। युद्ध विराम समझौते के पहले चरण में, इजराइल द्वारा पकड़े गए सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों के बदले में 33 बंधकों को क्रमिक रूप से मुक्त किये जाने की उम्मीद है।

Israel के बंधकों को रिहा करते हुए हमास ने थमा दिया कौन सा खतरनाक बैग? भड़के करोड़ों लोग
Haqiqat Kya Hai
जानकारी के अनुसार, हाल ही में हमास ने इसराइली बंधकों को रिहा करते समय एक खतरनाक बैग भेजा है, जिसे लेकर करोड़ों लोगों में गुस्सा और आतंक का माहौल बना हुआ है। यह घटना 2023 में चल रहे संघर्ष का एक नया मोड़ है, जिसमें बंधकों की रिहाई को एक राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
किस प्रकार की थी यह घटना?
हमास की ओर से भेजे गए इस बैग में कथित तौर पर बम और अन्य विस्फोटक सामग्री होने की संभावना है। यह बैग बंधकों को रिहा करने के लिए एक 'अहसान' के रूप में इसराइल को दिया गया था, जिसमें उनके द्वारा गिरफतार किए गये व्यक्तियों की मांग की जा रही थी। जिस गति से यह घटना सामने आई है, उसने दुनिया भर में चिंता और चर्चा का दौर शुरू कर दिया है।
दुनिया की प्रतिक्रिया
इस घटना के प्रकाश में, अंतरराष्ट्रीय नेताओं और मानवाधिकार संगठनों ने तीखी प्रतिक्रियाएँ दी हैं। कई लोग इसे बंधकों का मानसिक उत्पीड़न मान रहे हैं। इस तरह की कार्रवाई ने कई लोगों को डराने और हिंसा को बढ़ाने का काम किया है, जिससे विश्व स्तर पर तनाव बढ़ा है।
क्या है हमास का अंतिम लक्ष्य?
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे कृत्य हमास की घातक रणनीति का एक हिस्सा हैं। उनका उद्देश्य केवल अपने राजनीतिक लक्ष्यों को आगे बढ़ाना नहीं, बल्कि इसराइल के खिलाफ नफरत और आतंक फैलाना भी है। यह स्थिति केवल संघर्ष को बढ़ाने का काम कर रही है और इससे बातचीत की प्रक्रिया में भी कठिनाइयाँ आ रही हैं।
भारत और पाकिस्तान का नजरिया
भारत और पाकिस्तान जैसे देशों में भी इस मामले पर चर्चाएँ हो रही हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि वे इस मामले की गंभीरता को समझते हैं और इसके समाधान के लिए सभी संभावित प्रयास करेंगे। वहीं, पाकिस्तान ने भी इस घटना की निंदा की है और संघर्ष समाप्त करने की अपील की है।
निष्कर्ष
हमास द्वारा भेजे गए इस खतरनाक बैग के पीछे की सच्चाई को समझना इस समय की सबसे बड़ी चुनौती है। क्या यह केवल एक राजनीतिक कदम है या फिर इसमें ज्यादा गंभीरता है? यह सवाल हर किसी के मन में कौंध रहा है। जबकि दुनिया इस मुद्दे पर गहराई से विचार कर रही है, हमें तुरंत और निर्णायक कदम उठाने की आवश्यकता है।
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