13 फरवरी को पीएम मोदी के लिए रेड कार्पेट बिछाने से पहले ट्रंप ने भारतीयों के साथ क्या किया, टेक्सास से आए लोगों का अब क्या होगा?

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दोस्त डोनाल्ड ट्रंप से मिलने के लिए अमेरिका जाने वाले हैं। पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा फ्रांस के उनकी यात्रा के ठीक बाद रखी गई है। लेकिन पीएम मोदी का स्पेशल विमान अमेरिका में लैंड करने से पहले ही अमेरिका का एक सैन्य विमान भारत में लैंड कर चुका है। जिसके बाद से ही इसको लेकर तमाम तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। एयरफोर्स का एक विमान अमेरिका में अवैध तरीके से रह रहे भारतीयों को 5 फरवरी को अमृतसर के श्री गुरुरामदास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लैंडिंग की। इस बात की चर्चा देश के हर कोने में हुई। अमेरिकी सैन्य विमान सी 17 में 13 बच्चों समेत 104 अवैध प्रवासी सवार थे। इनमें 79 पुरुष और 25 महिलाएं हैं। जिस वक्त ये विमान अमृतसर में लैंड हुआ इस वक़्त इसे रिसीव करने के लिए अमृतसर के पुलिस कमिश्नर और केंद्रीय गृह मंत्रालय की टीम के बड़े अधिकारी मौजूद थे। इसे भी पढ़ें: चुपचाप ट्रंप ने इस अंदाज में सरकाई कुर्सी, 17 लाख मुस्लिमों से छिन जाएगी जमीन?भारतीयों का अब क्या होगा?विमान में सवार होकर अमेरिकी सेना के 40 जवान भी भारत आये हैं। अब जांच एजेंसियां इन सभी लोगों का पूरा पोर्टफोलियो चेक करेगी। डिपोर्ट किए गए लोग जिन राज्यों से हैं उसके बारे में पुलिस से जानकारी मांगी गई है।  अवैध तरीके से अमेरिका गए लोगों का बैकग्राउंड चेक किया जा रहा है कि कहीं कोई अपराध के बाद भागकर तो विदेश नहीं गया। या फिर वो आने शहर में वांटेड तो नहीं है। घर गिरवी रखा, जमीन बेची और कर्ज उठायाअमेरिका से डिपोर्ट हरियाना के 33 के लेगों में 7 लेग करनाल जिले के अलग-अलग गांवों से है। ये वे लोग है, जिन्होंने आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए डंकी रास्ते से अमेरिका जाकर पैसा कमाने का रास्ता चुना। घर गिरवी रखा, जमीन बेची और कर्ज उठाया। परिजन अपने बच्चों और परिवार के सदस्यों को लेने अमृतसर गए हुए है। लिस्ट में सिर्फ नाम, उम्र और गांव या शहर ही लिखा गया है। ऐसे में इस कत पर भी भ्रम है कि ये गांव करनाल के ही है।इसे भी पढ़ें: अमृतसर में लैंड हुआ US आर्मी का प्लेन, वतन लौटे अमेरिका से निकाले गए भारतीय, पंजाब से 30 जबकि हरियाणा और गुजरात के सबसे अधिक निवासी40 लाख कर्ज लेकर अमेरिका पहुंच गया थाहरियाणा के करनाल जिले में घरौंडा के गांव कालरों का आकाश 26 जनवरी को अमेरिका पहुंच गया था। कालरों के सरपंच दीपेंद्र उर्फ अन्नू ने बताया है कि आकाश हमारे परिवार से ही है। उसके परिकर की स्थिति ठीक नहीं थी, इसलिए वह अपनी जमीन बेचकर और करीब 40 लाख का कर्ज लेकर अमेरिका गया था। अब पीछे घर परिवार में खाने कमाने का कोई साधन नहीं है। वह तीन महीने पहले घर से अमेरिका के लिए निकला था।Stay updated with Latest International News in Hindi on Prabhasakshi 

Feb 6, 2025 - 12:39
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13 फरवरी को पीएम मोदी के लिए रेड कार्पेट बिछाने से पहले ट्रंप ने भारतीयों के साथ क्या किया, टेक्सास से आए लोगों का अब क्या होगा?
13 फरवरी को पीएम मोदी के लिए रेड कार्पेट बिछाने से पहले ट्रंप ने भारतीयों के साथ क्या किया, टेक्सास से आए लोगों का अब क्या होगा?

13 फरवरी को पीएम मोदी के लिए रेड कार्पेट बिछाने से पहले ट्रंप ने भारतीयों के साथ क्या किया, टेक्सास से आए लोगों का अब क्या होगा?

परिचय

13 फरवरी को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष दौरे के लिए जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रेड कार्पेट बिछाया, तब दोनों देशों के बीच संबंधों की एक नई परिभाषा सामने आई। इस मौके पर टेक्सास के भारतीय समुदाय के लोगों ने कई महत्वपूर्ण सवाल उठाए कि इस भव्य आयोजन के पहले ट्रंप ने भारतीयों के साथ क्या किया। इस लेख में हम इन सभी पहलुओं पर चर्चा करेंगे और जानेंगे कि टेक्सास से आए लोगों का भविष्य क्या होगा।

ट्रंप का भारतीय समुदाय से जुड़ाव

डोनाल्ड ट्रंप हमेशा से भारतीय समुदाय के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखते रहे हैं। ट्रंप ने टेक्सास में कई कार्यक्रमों में भाग लिया जहाँ उन्होंने भारतीय-अमेरिकी नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भारतीय संस्कृति की सराहना की और व्यापार के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की आमंत्रणा दी। ऐसे कार्यक्रमों ने अमेरिकी-भारतीय संबंधों को नई दिशा दी है।

रेड कार्पेट का महत्व

रेड कार्पेट बिछाने की परंपरा का एक विशेष महत्व होता है। यह न सिर्फ सम्मान का प्रतीक होता है, बल्कि यह दो देशों के बीच एक मजबूत मित्रता के संकेत भी देता है। जब ट्रंप ने पीएम मोदी का स्वागत किया, तो यह दर्शाता था कि दोनों देशों के रिश्ते एक नए स्तर पर पहुंच चुके हैं। इस स्वागत समारोह में भारतीय समुदाय के सदस्यों ने भाग लिया और अपने नेता का समर्थन किया।

टेक्सास से आए लोगों का भविष्य

टेक्सास से आए भारतीयों का भविष्य अब अमेरिका-भारत संबंधों के प्रगति पर निर्भर करता है। ट्रंप प्रशासन ने भारतीय डॉक्टरों, इंजीनियरों और व्यवसायियों के लिए वीज़ा नियमों में राहत देने का संकेत दिया है। इसके साथ ही, भारत में बढ़ते व्यापारिक अवसर भारतीय लोगों के लिए एक नई राह खोल सकते हैं।

निष्कर्ष

स्वागत समारोह और ट्रंप के साथ भारतीय समुदाय के जुड़ाव ने साबित किया है कि अमेरिका और भारत के बीच संबंध बस एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक गहरी दोस्ती का प्रतीक हैं। टेक्सास से आए लोगों को अब अपने अवसरों को पहचानना होगा और नए रास्तों पर चलना होगा। हमारे देश का भविष्य अब इन रिश्तों के विकास पर निर्भर करता है। ऐसे आयोजनों से न सिर्फ आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त होगा, बल्कि सांस्कृतिक समझ भी बढ़ेगी।

Keywords

Indian PM Modi, Donald Trump, Texas Indians, Red Carpet, US India Relations, Indian Community in USA For more updates, visit haqiqatkyahai.com.

लेख को लिखा है: बिन्दु शर्मा, प्रिया मेहता, टीम नेतानागरी

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