यूक्रेन युद्ध समाप्त करने के रूस के प्रयासों से चीन खुश : शी ने पुतिन से कहा
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने रूस के अपने समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से सोमवार को फोन पर बात की और कहा कि वह यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिका के साथ बातचीत शुरू करने के मॉस्को के प्रयासों से खुश हैं। सरकारी प्रसारक ‘सीसीटीवी’ की खबर के मुताबिक, पुतिन ने शी को अमेरिका के साथ हाल-फिलहाल में हुई बातचीत के बारे में जानकारी दी। खबर के अनुसार, शी ने कहा कि “चीन इस बात से खुश है कि रूस और संबंधित पक्षों ने संकट का समाधान निकालने के लिए सकारात्मक प्रयास किए हैं।” क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) की ओर से जारी बयान के मुताबिक, चीनी पक्ष ने रूस और अमेरिका के बीच बातचीत के प्रति “समर्थन जताया और कहा कि वह संघर्ष को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने में मदद देने के लिए तैयार है। शी और पुतिन के बीच यह बातचीत ऐसे समय में हुई है, जब सोमवार को यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के तीन साल पूरे होने के मौके पर यूरोप और कनाडा के कई नेता कीव के प्रति समर्थन दर्शाने के लिए यूक्रेन की राजधानी पहुंचे। क्रेमलिन के अनुसार, शी ने दोहाराया कि चीन यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने से जुड़े विभिन्न प्रयासों को समर्थन देना जारी रखेगा, जिनमें पिछले साल सितंबर में कई अन्य देशों के साथ स्थापित ‘शांति के मित्र’ समूह भी शामिल है। चीन और ब्राजील ने पिछले साल एक संयुक्त शांति योजना जारी की थी, जिसमें यूक्रेन और रूस के साथ शांति सम्मेलन के आयोजन के अलावा युद्धक्षेत्र का विस्तार न किए जाने का आह्वान किया गया था।

यूक्रेन युद्ध समाप्त करने के रूस के प्रयासों से चीन खुश : शी ने पुतिन से कहा
Haqiqat Kya Hai
हाल ही में, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की, जिसमें उन्होंने यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए रूस के प्रयासों की सराहना की। यह बातचीत वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण निहितार्थ लेकर आई है, क्योंकि दोनों देशों के बीच यह सहयोग दुनिया की राजनीतिक रुख को बदल सकता है।
बातचीत का महत्व
यूक्रेन युद्ध, जो 2022 में शुरू हुआ था, ने यूरोप और पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। इस युद्ध ने न केवल आस-पास के देशों के बीच तनाव बढ़ाया है, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित किया है। इस संदर्भ में, शी जिनपिंग का यह बयान महत्वपूर्ण है, जो दर्शाता है कि चीन रूस के प्रयासों को समर्थन देने के लिए आगे आ रहा है।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर प्रभाव
चीन और रूस के बीच का यह सहयोग अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए चिंता का विषय हो सकता है। हलांकि, इसके पीछे चीन का ये लक्ष्य भी हो सकता है कि रूस के साथ संबंध बढ़ाते हुए अपने अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक आकांक्षाओं को पूर्ण किया जाए। उदाहरण के लिए, चीनी राष्ट्रपति ने पुतीन से कहा है कि दोनों देशों को मिलकर एक बहुपरकारीूलक विश्व व्यवस्था की दिशा में काम करना चाहिए।
औलाद के युद्ध का अंत
यूक्रेन में युद्ध समाप्ति की दिशा में कदम उठाने से न केवल वहाँ की स्थिरता बढ़ेगी, बल्कि इससे वैश्विक सुरक्षा पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। चीन का समर्थन मिलने से रूस को एक नई ऊर्जा मिल सकती है। दोनों देशों की यह कोशिशें वैश्विक सुरक्षा और स्थिरता में अहम भूमिका निभा सकती हैं।
भारतीय संदर्भ
भारत के लिए यह स्थिति भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत रूस का एक प्रमुख सहयोगी है। भारत हमेशा से यह मानता आया है कि युद्धों का समाधान संवाद और बातचीत से किया जाना चाहिए। इसीलिए, भारत ने यूक्रेन में शांति स्थापित करने के लिए सभी संदर्भों में प्रयास करने का आह्वान किया है।
निष्कर्ष
यूक्रेन युद्ध के संकट के बीच चीन का रूस का समर्थन करना न केवल इन दो देशों के रिश्तों को मजबूत करता है, बल्कि इससे वैश्विक राजनीति पर भी गहरा प्रभाव पड़ेगा। आने वाले समय में जो भी नतीजे सामने आएंगे, वे सभी के लिए चिंता का विषय हो सकते हैं। इसलिए, वैश्विक समुदाय को इसे ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ना और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को समझना होगा।
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