पति की हत्या के मामले में अदालत ने किया सुनवाई का आदेश, पत्नी को मिला न्याय की उम्मीद

विकास अग्रवाल काशीपुर (महानाद) : एक पत्नी की गुहार सुनने के बाद कोर्ट ने आईटीआई थाना पुलिस को हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच के आदेश दिये हैं। मृतक की पत्नी को अब न्याय की आस जगी है। आपको बता दें कि दिनांक 01.02.2023 की रात्रि में केशव राठौर निवासी मध्य प्रदेश की जिंदल साउथ […]

Sep 26, 2025 - 09:39
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पति की हत्या के मामले में अदालत ने किया सुनवाई का आदेश, पत्नी को मिला न्याय की उम्मीद
पति की हत्या के मामले में अदालत ने किया सुनवाई का आदेश, पत्नी को मिला न्याय की उम्मीद

पति की हत्या के मामले में अदालत ने किया सुनवाई का आदेश, पत्नी को मिला न्याय की उम्मीद

विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : एक पत्नी की गुहार सुनने के बाद न्यायालय ने आईटीआई थाना पुलिस को एक हत्या के मामला दर्ज कर जांच करनें के आदेश दिए हैं। मृतक के परिवार में अब न्याय की उम्मीद जगी है।

कम शब्दों में कहें तो, 1 फरवरी 2023 की रात को केशव राठौर की रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी। इससे पहले उसकी पत्नी, देवकी राठौर ने अन्य श्रोतों से कई बार गुहार लगाई थी, लेकिन पुलिस ने इसे केवल एक दुर्घटना मानते हुए अपनी जांच को आगे नहीं बढ़ाया।

घटना का विवरण

आपको बता दें कि केशव राठौर, मध्य प्रदेश का निवासी था और जिंदल साउथ सिटी, काशीपुर में काम कर रहा था। घटना की रात, पुलिस ने बताया कि केशव ऊँचाई से गिरे रहने के कारण अपनी जान गंवा दी। वहीं, उसकी पत्नी देवकी राठौर ने आईटीआई थाना पुलिस को इस मामले में तहरीर दी थी, लेकिन इसे केवल एक हादसा मानकर नजरअंदाज कर दिया गया।

देवकी की ओर से न्याय की खोज

मामला तब बढ़ा जब देवकी ने अपने अधिवक्ता अमरीश अग्रवाल, मुनिदेव विश्नोई और भारत भूषण की मदद से काशीपुर के न्यायिक मजिस्ट्रेट से प्रार्थना पत्र दाखिल किया। उन्होंने इस मामले में बताया कि केशव को अपने नौकरी के लिए मुन्नू खान और राशिद खान के साथ रखा गया था। ये दोनों लोग केशव के साथ धोखा देते हुए उसके साथ बुरी तरह से व्यवहार कर रहे थे।

पैसों के लिए बंधक बनाना

देवकी ने दावा किया कि 24 जनवरी से 31 जनवरी 2023 के बीच, मुन्नू और राशिद ने केशव को बंधक बना लिया और फिर पैसों की मांग की। जब परिवार वालों ने पैसे नहीं दिए, तो उन्होंने केशव को हाथ-पैर बांध कर बिल्डिंग की छत से नीचे गिरा दिया, जहां पानी भरा था। इस बर्बरता के कारण केशव की मौत हुई।

प्रशासन की चुप्पी

घटना के बाद देवकी ने स्थानीय पुलिस को तहरीर दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यहां तक कि पुलिस के पास मौजूद पैसे मांगने की रिकॉर्डिंग को भी अनसुना किया गया। इसके बावजूद, देवकी ने हार नहीं मानी और अपने अधिवक्ताओं के माध्यम से अदालत में अपनी बात रखी।

कोर्ट में सुनवाई

देवकी के अधिवक्ताओं ने अदालत में अदालत में ये आज़माइश की कि यदि कोई व्यक्ति छत से गिरता है, तो उसके शरीर पर खरोंच के निशान नहीं होने चाहिए। लेकिन केशव के शरीर पर कई खरोंच और गंभीर चोटें थीं, जो यह साबित करने के लिए पर्याप्त थीं कि उसकी मृत्यु आत्महत्या या दुर्घटना नहीं थी।

न्याय का आदेश

अंत में, जब न्यायिक मजिस्ट्रेट ने अधिवक्ताओं की बहस सुनी, तो उन्होंने थानाध्यक्ष को मुन्नू खान और राशिद खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। यह निर्णय न केवल देवकी के लिए, बल्कि सभी के लिए न्याय की एक नई किरण है।

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - Haqiqat Kya Hai। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि कैसे कभी-कभी न्याय की वास्तविकता के लिए परिवारों को अपार संघर्ष करना पड़ता है। हमें उम्मीद है कि इस मामले में सही न्याय मिलेगा।

इसके अलावा, अगर आपको अन्य अपडेट्स की आवश्यकता है तो कृपया हमारे साइट Haqiqat Kya Hai पर जाएँ।

आपकी अपेक्षा के साथ,

टीम हैकियात क्या है
साक्षी शर्मा

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