ट्रंप ने नेतन्याहू को अगले सप्ताह ‘व्हाइट हाउस’ में आमंत्रित किया
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अगले सप्ताह ‘व्हाइट हाउस’ (अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) आने का निमंत्रण दिया है। नेतन्याहू और ‘व्हाइट हाउस’ ने यह जानकारी दी। नेतन्याहू ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में उनसे मिलने अमेरिका आने वाले पहले विदेशी नेता होंगे। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब अमेरिका इजराइल और हमास पर युद्ध विराम जारी रखने के लिए दबाव बना रहा है। इस युद्ध विराम ने गाजा में 15 महीने से जारी विनाशकारी युद्ध को अस्थायी रूप से रोक दिया है। युद्ध विराम के अधिक कठिन दूसरे चरण के बारे में बातचीत अगले सोमवार से शुरू होगी। दूसरे चरण की बातचीत का उद्देश्य युद्ध को समाप्त करना है। नेतन्याहू के कार्यालय द्वारा मंगलवार को जारी ‘व्हाइट हाउस’ के पत्र में कहा गया है, ‘‘मैं इस बात पर चर्चा करने का इच्छुक हूं कि हम इजराइल और उसके पड़ोसियों के बीच कैसे शांति ला सकते हैं और अपने साझा विरोधियों का मुकाबला करने के लिए कैसे प्रयास कर सकते हैं।’’ यह बैठक चार फरवरी को होगी।

ट्रंप ने नेतन्याहू को अगले सप्ताह ‘व्हाइट हाउस’ में आमंत्रित किया
Haqiqat Kya Hai
संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अगले सप्ताह ‘व्हाइट हाउस’ में आमंत्रित किया है। यह बैठक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए निर्धारित की गई है। इस खबर ने वैश्विक राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। लेखिका: सुमिता शर्मा, टीम नेटानागरी।
बैठक का उद्देश्य
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य इजरायल और फिलिस्तीन के बीच शांति प्रक्रिया को फिर से शुरू करना है। ट्रंप प्रशासन की नीति रही है कि वह मध्य पूर्व में शांति लाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए। नेतन्याहू और ट्रंप के इस मिलन का संदर्भ अमेरिका और इजरायल के रिश्तों को और मजबूत करना भी है।
क्या यह बैठक महत्वपूर्ण है?
विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप और नेतन्याहू के बीच होने वाली बैठक कई कारणों से महत्वपूर्ण है। पहले, यह बैठक उस समय हो रही है जब वैश्विक स्तर पर राजनीतिक स्थिति काफी अस्थिर है। दूसरे, ट्रंप और नेतन्याहू की मित्रता ने दोनों देशों के बीच सहयोग को बेहतर बनाने में मदद की है। इन चर्चाओं में सुरक्षा मुद्दों और व्यापारिक संबंधों पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
इजरायल और अमेरिका के रिश्ते
इजरायल और अमेरिका के बीच रिश्ते हमेशा ही गहरे और मजबूत रहे हैं। हालांकि, पिछले कुछ समय में कई विवाद भी सामने आए हैं। ट्रंप प्रशासन ने इजराइल को समर्थन देकर कई नीतियों में बदलाव किए। नेतन्याहू का यह दौरा उन संबंधों को और नई ऊंचाई देने का सुनहरा अवसर हो सकता है।
भारत में реак्शन
भारत में इस बैठक को लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत-इजरायल के संबंध इस बातचीत से प्रभावित हो सकते हैं। भारत ने हमेशा मध्य पूर्व में शांति प्रक्रिया का समर्थन किया है और उम्मीद है कि इस बैठक से सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
निष्कर्ष
सार्वजनिक तौर पर ट्रंप-नेतन्याहू की बैठक एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना है जो न केवल इजरायल-अमेरिका के रिश्तों को मजबूत करने में मदद करेगी, बल्कि वैश्विक राजनीतिक परिदृश्य पर भी इसका व्यापक प्रभाव पड़ सकता है। यदि इस बैठक से सकारात्मक नतीजे मिलते हैं, तो यह न केवल इजरायल बल्कि पूरे मध्य पूर्व के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। इसके अलावा, भारत जैसे देशों के लिए इस बैठक की परिणाम भी महत्वपूर्ण होंगे।
अब देखना है कि यह बैठक किस दिशा में आगे बढ़ती है और इससे वैश्विक राजनीति में क्या परिवर्तन आते हैं। ज्यादा अपडेट के लिए, कृपया विजिट करें haqiqatkyahai.com।
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