एक दिन पहले चढ़ाई हथियार में धार.. पत्नी के मायके जाते ही पिता ने कुल्हाड़ी से रेत डाला अपने चार मासूम बच्चों का बेरहमी से गला, फिर लगा ली फांसी

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आयी है। जिले के मानपुर चचरी गांव में जब गांव  वालों  ने घर के आंगन में खून की धारे बहती हुई देखी तो वह बैचेन हो गये और भाग कर देखने चले गये की आखिर राजीव कुमार के घर में क्या हो गया है। चारों तरह हाहाकार मंच गया। पूरे गांव और आसपास के इलाकों में लोगों के अंदर खौफ बैठ गया। आइये जानते हैं कि पूरी वारदात क्या है? इसे भी पढ़ें: 'सड़क पर नमाज पढ़ने पर लगे रोक, यातायात में होती है दिक्कत', भाजपा विधायक ने पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर की मांगशाहजहांपुर जिले में एक व्यक्ति ने अपने चार बच्चों की कथित तौर पर गला रेतकर हत्या कर दी और उसके बाद खुदकुशी कर ली। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को घटना की जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि रोजा थाना क्षेत्र के मानपुर चचरी गांव के निवासी राजीव कुमार (36) ने घर में अपने ही चार बच्चों स्मृति (12), कीर्ति (नौ), प्रगति (सात) और ऋषभ (पांच) की पहले धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी और दूसरे कमरे में फंदा लगाकर जान दे दी।  इसे भी पढ़ें: Rajasthan के डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को मिली जान से मारने की धमकी, ट्रैक करने पर मिली ये लोकेशनद्विवेदी ने परिजनों से पूछताछ के हवाले से बताया कि बृहस्पतिवार सुबह सात बजे जब राजीव के घर का दरवाजा नहीं खुला तो उसके पिता छत पर चढ़कर जीने के रास्ते से घर के अंदर गए तब उन्हें घटना की जानकारी हुई और पुलिस को सूचना दी। उन्होंने मृतक के पिता के हवाले से बताया कि राजीव एक साल पहले दुर्घटना का शिकार हो गया था जिससे उसके सिर में काफी चोट आई थी और उसका इलाज किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि इसी के चलते राजीव अक्सर उग्र हो जाता था और बुधवार को राजीव की पत्नी अपने मायके चली गई थी।  पुलिस अधीक्षक ने बताया कि राजीव ने वारदात को अंजाम देने पहले बुधवार रात हथियार को धार भी लगाई थी। पुलिस ने रेती तथा धारदार हथियार को घटना स्थल से बरामद कर लिया है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं पूरे मामले की पुलिस जांच कर रही है।

Mar 27, 2025 - 12:39
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एक दिन पहले चढ़ाई हथियार में धार.. पत्नी के मायके जाते ही पिता ने कुल्हाड़ी से रेत डाला अपने चार मासूम बच्चों का बेरहमी से गला, फिर लगा ली फांसी
एक दिन पहले चढ़ाई हथियार में धार.. पत्नी के मायके जाते ही पिता ने कुल्हाड़ी से रेत डाला अपने चार मासूम बच्चों का बेरहमी से गला, फिर लगा ली फांसी

एक दिन पहले चढ़ाई हथियार में धार.. पत्नी के मायके जाते ही पिता ने कुल्हाड़ी से रेत डाला अपने चार मासूम बच्चों का बेरहमी से गला, फिर लगा ली फांसी

Haqiqat Kya Hai - यह घटना एक आम परिवार के लिए एक दहशत भरी रात बन गई। यु.पी. के एक छोटे से गाँव में, एक क्रूर पिता ने अपने चार मासूम बच्चों के साथ जो किया, वह न केवल अविश्वसनीय है, बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर चिंता का विषय है।

परिवार की दास्तान

इसके पहले कि हम इस भयावह घटना के विवरण में जाएं, यह जानना आवश्यक है कि कैसे एक आम सा परिवार इतनी क्रूरता का शिकार बन गया। परिवार में तनाव और आर्थिक तंगी ने एक पिता को मानसिक रूप से अस्थिर कर दिया। पत्नी जब मायके गई, तो पिता ने अपने बच्चों को अकेला छोड़ दिया और एक अंधी हिंसा में लिपट गया।

रात की घटना

रात में, जब बच्चों की माँ मायके गई थी, पिता ने एक बहस के बाद अपने चार बच्चों को कुल्हाड़ी से बेरहमी से मार डाला। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह सब एक पल में हुआ, और बच्चों की चीखें सुनाई दीं। आशंका में भी कोई उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, वह खुद को फांसी पर लटका चुका था।

सामाजिक प्रभाव और प्रतिक्रिया

इस घटना ने गाँव की शांति को चुराया है। लोग सदमें में हैं और इस कृत्य की निंदा कर रहे हैं। गाँव वालों का कहना है कि अगर माता-पिता को समर्थन और सलाह दी जाती, तो शायद यह त्रासदी टल सकती थी। समाज को यह समझने की आवश्यकता है कि मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता बढ़ानी होगी।

मनोवैज्ञानिक पहलू

इस तरह की घटनाएं सोचने पर मजबूर करती हैं कि एक सामान्य व्यक्ति किस हद तक जा सकता है। क्या यह केवल मानसिक बीमारी का परिणाम है या किसी और कारण का होता है? विशेषज्ञों का मानना है कि परिवार में, खासकर गरीब परिवारों में, आर्थिक दबाव, पारिवारिक समस्याएं और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे अक्सर एक गंभीर स्थिति में बदल सकते हैं।

निष्कर्ष

इस भयावह घटना ने न केवल गाँव को डराया है, बल्कि यह समाज को यह सोचने पर भी मजबूर कर देती है कि हम अपने परिवारों के प्रति कितना सच्चे हैं। हमें चाहिए कि हम मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझें और एक-दूसरे का समर्थन करें। मानवता के नाम पर हम सबको ऐसे कृत्यों के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।

इस तरह की घटनाएं न केवल हमारे समाज के लिए खतरनाक हैं, बल्कि यह हमें एक गंभीर संकेत भी देती हैं। हमें एकजुटता और समर्थन के साथ समाज में सुधार लाने की आवश्यकता है।

अधिक जानकारी के लिए, visit haqiqatkyahai.com.

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