Jadavpur University के छात्र नेता पर दो महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया

जादवपुर विश्वविद्यालय के एक छात्र नेता पर परिसर में दो छात्राओं से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया गया है। सीसीटीवी में कैद हुई इस घटना के बाद विश्वविद्यालय की आंतरिक शिकायत समिति (ICC) ने जांच शुरू कर दी है। कार्यवाहक कुलपति भास्कर गुप्ता ने आश्वासन दिया है कि आरोपी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। छात्रा ने शिकायत दर्ज कराई है कि बुधवार रात विश्वविद्यालय के गेट नंबर चार के पास उसके और उसकी एक सहेली के साथ यौन उत्पीड़न किया गया। उसने आरोपी को सजा देने की मांग की है।उसने इंडिया टुडे से कहा, "भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की छात्र शाखा स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) से जुड़े एक छात्र नेता ने रात में परिसर में मेरे और मेरी एक सहेली के साथ यौन उत्पीड़न किया।" "मेरी आंखों के सामने मेरी एक और जूनियर छात्रा के साथ छेड़छाड़ की गई। मेरा उस छात्र नेता से कोई व्यक्तिगत संपर्क नहीं है। इसके बावजूद, उसने पहले भी कई बार मुझे असहज किया है। मैं चाहती हूं कि विश्वविद्यालय के अधिकारी उसके खिलाफ उचित कार्रवाई करें।" विश्वविद्यालय की आंतरिक समिति घटना की जांच कर रही है। गुप्ता ने इंडिया टुडे से कहा, "छात्रा ने शिकायत दर्ज कराई है। आईसीसी को भी शिकायत सौंपी गई है। यह एक सामाजिक मुद्दा है। बताया गया है कि कैंपस में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, लेकिन अकेले सीसीटीवी से ऐसी घटनाओं को नहीं रोका जा सकता। ऐसी हरकत करने वाले लोग परेशान हैं। उनसे कुछ भी अच्छा होने की उम्मीद नहीं की जा सकती। आईसीसी मामले की जांच करेगी और जरूरी कार्रवाई करेगी।"  इसे भी पढ़ें: दिल्ली पुलिस के साइबर सेल को बड़ी सफलता, धोखाधड़ी के एक नेटवर्क को किया ध्वस्त, 5 लोगों को गिरफ्तार किया घटना की फुटेज छात्रा ने सोशल मीडिया पर शेयर की है। इसमें गेट नंबर चार के सामने एक युवक एक महिला को गले लगाता दिख रहा है। छेड़छाड़ की शिकार छात्रा ने इस धारणा को खारिज कर दिया कि सिर्फ निगरानी कैमरे से ही इस तरह के अपराधों को रोका जा सकता है।  घटना पर बोलते हुए छात्रा ने कहा, "सीसीटीवी किसी को छेड़छाड़ करने से नहीं रोकता, लेकिन हां, हम आरोपी को पहचान सकते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सीसीटीवी इस तरह के आपराधिक अपराध को रोक देगा।" इस बीच, एसएफआई की जादवपुर यूनिवर्सिटी इकाई ने एक प्रेस बयान में स्पष्ट किया है कि आरोपी 28 जनवरी 2025 से सदस्य नहीं है, हालांकि उसे हटाने का कोई कारण नहीं बताया गया। इसे भी पढ़ें: 'विकास जीता, सुशासन जीता', BJP की जीत पर PM मोदी ने दिल्लीवासियों को दी बधाईआरोपी ने आरोपों से इनकार किया है। उसने कहा, "मैंने किसी के साथ छेड़छाड़ नहीं की है। मैं पूरी जांच चाहता हूं। वे एसएफआई का नाम खराब करना चाहते हैं, लेकिन मैं पिछले 10 दिनों से एसएफआई से जुड़ा नहीं हूं।"

Feb 8, 2025 - 15:39
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Jadavpur University के छात्र नेता पर दो महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया
Jadavpur University के छात्र नेता पर दो महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया

Jadavpur University के छात्र नेता पर दो महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया

Haqiqat Kya Hai

हाल ही में, सत्ता संघर्ष और राजनीतिक गतिविधियों के कारण Jadavpur University में एक नए विवाद ने जन्म लिया है। दो महिलाओं ने विश्वविद्यालय के एक छात्र नेता पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। यह घटनाक्रम पूरे कॉलेज परिसर में चर्चा का विषय बना हुआ है, और विश्वविद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं।

न्यूज़ का सारांश

हाल की घटनाओं के अनुसार, इन दो महिलाओं ने Jadavpur University के छात्र नेता के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि छात्र नेता ने पिछले कुछ महीनों में उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। शिकायत के अनुसार, एक महिला ने कहा कि वह घटना के समय परेशान और असहाय महसूस कर रही थी। इस तरह के आरोपों ने न केवल इस विश्वविद्यालय को बल्कि पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर कर दिया है।

छात्र नेता पर लगे आरोप

एक पीड़िता ने आरोप लगाया कि वह छात्र नेता के संपर्क में आई थी, जब वह एक विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में शामिल हुई थी। दूसरे पीड़िता का कहना है कि अध्यक्षता की दौड़ में शामिल होने वाले नेता ने उसे धोखा दिया और फिर यौन उत्पीड़न किया। इन दोनों मामलों में महिलाओं ने जोर देकर कहा है कि वे अब अपने अधिकारों के लिए लड़ने का निर्णय ले चुकी हैं और इसे लेकर वे पीछे नहीं हटेंगी।

महिलाओं की मांगें

पीड़ित महिलाओं ने सार्वजनिक रूप से अपनी आवाज उठाई है, और उनका दावा है कि विश्वविद्यालय प्रशासन को इस आरोप पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया है कि लड़कियों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने वाली संस्थाएँ इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। इस घटनाक्रम ने कई छात्र संगठनों को भी सक्रिय किया है, जो महिलाओं के अधिकारों के लिए खड़े होने का आह्वान कर रहे हैं।

संस्थान की प्रतिक्रिया

Jadavpur University के प्रशासन ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी है और कहा है कि वे इस मामले की गंभीरता को समझते हैं। प्रशासन ने वादा किया है कि वे मामले की जांच करेंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। साथ ही, विश्वविद्यालय ने यह भी कहा कि वे महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हैं। इसके अलावा, उन्होंने छात्रों से अपील की है कि वे बिना डरे अपने अनुभव साझा करें।

समाज पर प्रभाव

ये आरोप केवल Jadavpur University तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि यह भारत के सभी शिक्षण संस्थानों में महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर एक दीर्घकालिक प्रवृत्ति को दर्शाते हैं। इस प्रकार के मामले समाज में व्यापक चेतना उत्पन्न कर सकते हैं और महिलाओं को अपनी बात कहने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।

निष्कर्ष

हालाँकि यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर एक गंभीर मुद्दा है, लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि एक संतुलित जांच की जाए ताकि न्याय सुनिश्चित किया जा सके। हम सभी को महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के खिलाफ खड़ा होना होगा ताकि हम एक सुरक्षित वातावरण बना सकें। इस संदर्भ में, हमें यह याद रखना चाहिए कि हमें हर महिला की आवाज़ का सम्मान करना है।

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