उत्तराखण्ड पंचायत चुनाव 2025 की घोषणा, आदर्श आचार संहिता लागू
Amit Bhatt, Dehradun: उत्तराखण्ड राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2025 की अधिसूचना राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कर दी गई है। राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने जानकारी दी कि जनपद हरिद्वार को छोड़कर प्रदेश के सभी जनपदों में पंचायत चुनाव कराए जाएंगे। अधिसूचना के जारी होते ही प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों (नगरीय क्षेत्रों एवं … The post उत्तराखण्ड पंचायत चुनाव 2025 की घोषणा, आदर्श आचार संहिता लागू appeared first on Round The Watch.

उत्तराखण्ड पंचायत चुनाव 2025 की घोषणा, आदर्श आचार संहिता लागू
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पटेलनगर, देहरादून: उत्तराखण्ड राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2025 की अधिसूचना अब जारी की जा चुकी है। राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार के अनुसार, जनपद हरिद्वार को छोड़कर प्रदेश के सभी जनपदों में ये चुनाव प्राथमिकता के आधार पर कराए जाएंगे। यह स्पष्ट किया गया है कि अधिसूचना जारी होते ही आदर्श आचार संहिता लागू होकर प्रभावी हो गई है, जो चुनाव परिणामों की घोषणा तक बनी रहेगी।
निर्वाचन कार्यक्रम और प्रक्रिया
निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार, नामांकन प्रक्रिया 25 जून से 28 जून 2025 तक चलेगी। प्रक्रिया के तहत, 1 जुलाई तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी जबकि नाम वापसी की अंतिम तिथि 2 जुलाई निर्धारित की गई है। इस वर्ष कुल 66,418 पदों पर पंचायत चुनाव होना है। मतदान दो चरणों में संपन्न कराया जाएगा; पहले चरण का मतदान 10 जुलाई और दूसरे चरण का मतदान 15 जुलाई 2025 को होगा। मतगणना 19 जुलाई को होगी।
राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश
राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों के संबंधित अधिकारियों को निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए हैं। चुनाव की घोषणा के साथ ही राजनीतिक गतिविधियों में तेजी आ गई है और कई प्रत्याशी नामांकन की तैयारियों में जुट गए हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है।
ग्राम पंचायतों की भूमिका
ग्राम पंचायतें भारतीय लोकतंत्र का एक प्रमुख अंग हैं। ये स्थानीय प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और ग्रामीण विकास में सहायक होती हैं। 2025 के पंचायत चुनाव में उम्मीदवारों द्वारा गांवों की समस्याओं के समाधान का ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिससे जन प्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली में और सुधार आएगा।
भविष्य की आशाएं और चुनौतियां
2025 के पंचायत चुनाव में युवा मतदाता की भागीदारी भी महत्वपूर्ण होगी। प्रौद्योगिकी के इस युग में, उम्मीद की जा रही है कि युवा अपने मताधिकार का सही उपयोग करेंगे और गांवों के लिए विकासात्मक पहल करेंगे। साथ ही, चुनाव आयोग द्वारा उठाए गए कदमों से मतदाता जागरूकता बढ़ाने का भी प्रयास किया जाएगा।
राज्य निर्वाचन आयोग की यह योजना न केवल पंचायतों की दक्षता को बढ़ाएगी बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए भी एक सकारात्मक रूप प्रदान करेगी। इस निर्वाचन में ग्रामीण क्षेत्रों की ऋणात्मक छवि को सकारात्मक दिशा देने का उद्देश्य भी है।
इस प्रकार, उत्तराखण्ड पंचायत चुनाव 2025 संतोषजनक तरीके से आयोजित किए जाने की पूरी उम्मीद है, जिसके माध्यम से गांवों का विकास हो सकेगा। चुनाव की प्रक्रिया से जुड़े सभी विवरणों के लिए अद्यतन जानकारी के लिए हमें जुड़ें: हकीकत क्या है
लोगों को जागरूक करने के लिए यह एक सुनहरा अवसर है कि चुनाव में अपनी सक्रिय भागेदारी सुनिश्चित करें और अपने मत का सही उपयोग करें।
हमारा मानना है कि इन चुनावों के माध्यम से उत्तराखण्ड के गांवों में सुधार संभव है। हमें आने वाले समय में इस चुनाव के नतीजों का ध्यानपूर्वक अवलोकन करते रहना होगा।
लेख: टीम हकीकत क्या है
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