काशीपुर: वाल्मीकि समाज में भड़के विवाद के बीच यू ट्यूबर की गिरफ्तारी की मांग

विकास अग्रवाल काशीपुर (महानाद) : भगवान वाल्मीकि पर एक यू ट्यूबर की टिप्पणी से वाल्मीकि समाज भड़क गया और पुलिस को तहरीर देकर गिरफ्तारी की मांग की है। अखिल भारतीय बाल्मिकी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार सौदा (बन्नू) ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि  दिनांक 07.10.2025 को भगवान बाल्मिकी जी के बारे मे […]

Oct 8, 2025 - 09:39
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काशीपुर: वाल्मीकि समाज में भड़के विवाद के बीच यू ट्यूबर की गिरफ्तारी की मांग
काशीपुर: वाल्मीकि समाज में भड़के विवाद के बीच यू ट्यूबर की गिरफ्तारी की मांग

काशीपुर: वाल्मीकि समाज में भड़के विवाद के बीच यू ट्यूबर की गिरफ्तारी की मांग

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विकास अग्रवालविकास अग्रवाल, काशीपुर (महानाद) :

कम शब्दों में कहें तो, भगवान वाल्मीकि पर की गई एक विवादित टिप्पणी के बाद वाल्मीकि समाज ने काशीपुर में पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। कुछ समय पहले एक यू ट्यूबर ने भगवान वाल्मीकि जी के प्रति अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर दिया, जिससे समाज में भारी रोष उत्पन्न हो गया।

अखिल भारतीय बाल्मीकि महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार सौदा (बन्नू) ने इस संबंध में पुलिस को तहरीर देते हुए बताया कि 07 अक्टूबर 2025 को नवीन बिष्ट, जो कि कुण्डेश्वरी, काशीपुर का निवासी है, ने अपने फेसबुक पेज पर भगवान वाल्मीकि जी के बारे में असम्मानजनक बातें लिखीं। इस घटना ने बाल्मीकि समाज में व्यापक रूप से आक्रोश उत्पन्न किया है।

सौदा ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि नवीन बिष्ट के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई नहीं की गई, तो वाल्मीकि समाज सड़कों पर उतरकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेगा। उन्होंने SC-ST कानून के तहत झूठे आरोप लगाने और भगवान वाल्मीकि जी के चरित्र को धूमिल करने के मामले में नवीन बिष्ट की गिरफ्तारी की मांग की है।

इस मामले में पुलिस ने तहरीर के आधार पर नवीन बिष्ट के खिलाफ बीएनएस की धारा 353(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया है और मामले की जांच सब-इंस्पेक्टर मनोज धोनी को सौंप दी गई है।

वहीं, नवीन बिष्ट ने सोशल मीडिया के माध्यम से माफी मांगी है। उन्होंने कहा, "नमस्कार दोस्तों, मैं इनसाइड कवरेज मीडिया प्रभारी नवीन सिंह बिष्ट बोल रहा हूं। आज मैंने कुछ पोस्ट डाली जो AI से प्राप्त की थी। मुझे ऐसा आभास नहीं था कि यह पोस्ट कुछ लोगों के दिलों को ठेस पहुंचाएगी।"

बिष्ट ने अपने बयान में कहा कि "जब मुझे LIU और पुलिस विभाग के फोन आने लगे, तो मैंने महसूस किया कि मेरे पोस्ट ने कुछ लोगों के दिलों को ठेस पहुंचाई है। मैं इस बात से बहुत आहत हूं। मेरा उद्देश्य किसी भी धर्म, जाति या वर्ग की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।"

उन्होंने आगे कहा, "मैं उन सभी से माफी चाहता हूं जो मेरी पोस्ट से परेशान हुए हैं। साथ ही, मैं सरकार और पुलिस विभाग से अपील करता हूं कि AI को इस बात की जानकारी दी जाए कि इस प्रकार की जानकारियों को साझा करना अति संवेदनशील होता है।"

नवीन बिष्ट की माफी मांगने के बावजूद, सवाल यह उठता है कि क्या समाज के प्रति संवेदनशीलता को समझना केवल व्यक्तिगत गलती है या इसका संदर्भ कहीं गहरा है। ऐसे मामलों में मीडिया की जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है कि वह भड़काऊ सामग्री प्रसारित करने से पहले उस पर सही तरीके से विचार करे।

कम शब्दों में कहें तो, इस घटना ने सबको यह सीख दी है कि समाज के प्रति संवेदनशील रहना और जिम्मेदारी से संवाद करना कितनी महत्वपूर्ण है। ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर विचार करने के लिए सामाजिक संगठनों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।

इस पूरे घटनाक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जब बात धार्मिक भावनाओं की आती है, तो समाज को अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। आशा है कि आगे चलकर इस प्रकार की घटनाएँ कम होंगी और समाज में एकता बनी रहेगी।

अंत में, सबको यह समझना चाहिए कि संवाद का स्वरूप नकारात्मक होने के बजाय सकारात्मक होना चाहिए। इससे समाज में सामंजस्य और सद्भावना बनी रहेगी।

बड़ी घटनाओं पर नजर रखने के लिए हमारे साथ जुड़े रहें। For more updates, visit haqiqatkyahai.com.

सादर,
टीम हक़ीकत क्या है,
साक्षी शर्मा

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