हथकड़ी लगाई, जमीन पर गिराया...भारत के 'पक्के' दोस्त ट्रंप के देश में निर्वासित भारतीय छात्र के साथ क्या किया गया, वीडियो में आप भी देख लें
अमेरिका से निर्वासित किए एक भारतीय छात्र को वापस भारत भेजे जाने से पहले उसके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किए जाने का मामला सामने आया है। एक परेशान करने वाला वीडियो दिखा जिसमें एक भारतीय छात्र को अमेरिका के नेवार्क एयरपोर्ट पर हथकड़ी लगाकर जमीन पर पटक दिया गया और फिर उसे वापस भेज दिया गया। इस वीडियो को भारतीय-अमेरिकी उद्यमी कुणाल जैन ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जिन्होंने बताया कि छात्र रो रहा था और अधिकारियों ने उसके साथ “अपराधी” जैसा व्यवहार किया। जैन ने अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास से घटना की जांच करने और छात्र की मदद करने का आग्रह किया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि मैंने कल रात एक युवा भारतीय छात्र को न्यूर्क हवाई अड्डे से निर्वासित होते देखा - हथकड़ी लगाए, रोते हुए, एक अपराधी की तरह व्यवहार करते हुए। हेल्थबॉट्स एआई के अध्यक्ष कुणाल जैन ने कहा वह सपनों का पीछा करने आया था, नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं। एक एनआरआई के रूप में, मैं असहाय और दुखी महसूस कर रहा। इसे भी पढ़ें: क्या Trump ने White House में बुलाकर Elon Musk को ट्रेजरी सेक्रेटरी से पिटवाया था, इस वजह से आंखों पर थे चोट के निशान? किसने किया बड़ा खुलासाजैन के अनुसार, यह घटना न्यू जर्सी के नेवार्क एयरपोर्ट पर हुई। उनके द्वारा शेयर की गई तस्वीरों में भारतीय व्यक्ति को अधिकारियों द्वारा ज़मीन पर दबा हुआ दिखाया गया है। एक तस्वीर में एक पुलिस अधिकारी को एक टोपी पहने हुए दिखाया गया है जिस पर लिखा है। पोर्ट अथॉरिटी पुलिस विभाग (PAPD) न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी में सेवा देने वाली एक ट्रांजिट कानून प्रवर्तन एजेंसी है। इसे पोर्ट अथॉरिटी के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, जैसे कि हवाई अड्डे, पुल, सुरंग, बस टर्मिनल, बंदरगाह, रेल ट्रांजिट और वर्ल्ड ट्रेड सेंटर परिसर की सुरक्षा का काम सौंपा गया है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे बड़ा ट्रांजिट-संबंधित पुलिस बल है। इसे भी पढ़ें: Musk-Trump की फाइट के बाद अमेरिका में क्यों भड़क उठी हिंसा, लांस एंजलिस में 33 सालों बाद उतरी सेना, आखिर ऐसा क्या हुआ?एनआरआई ने आगे की पोस्ट में कहा कि संबंधित छात्र हरियाणवी भाषा बोल रहा था। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में भारतीयों को निर्वासित किए जाने के कई ऐसे ही मामले सामने आए हैं। उन्होंने इसका कारण यह बताया कि वे अपनी यात्रा का कारण नहीं बता पाए। इन बच्चों को वीज़ा मिल जाता है और वे सुबह की फ्लाइट में सवार हो जाते हैं। किसी कारण से, वे इमिग्रेशन अधिकारियों को अपनी यात्रा का कारण नहीं बता पाते और उन्हें अपराधियों की तरह बांधकर शाम की फ्लाइट से वापस भेज दिया जाता है।Stay updated with Latest International News in Hindi on Prabhasakshi This poor kids parent won’t know what’s happening to him. @IndianEmbassyUS @DrSJaishankar he was to be boarded last night in the same flight with me but he never got boarded. Someone needs to find out what’s going on with him at New Jersey authorities. I found him disoriented. pic.twitter.com/kpMiy9Trsp— Kunal Jain (@SONOFINDIA) June 8, 2025

हथकड़ी लगाई, जमीन पर गिराया...भारत के 'पक्के' दोस्त ट्रंप के देश में निर्वासित भारतीय छात्र के साथ क्या किया गया, वीडियो में आप भी देख लें
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एक दर्दनाक घटना में, अमेरिका के नेवार्क एयरपोर्ट पर एक भारतीय छात्र के साथ अत्यंत क्रूरता से व्यवहार करने का मामला सामने आया है। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक छात्र को हथकड़ी लगाकर जमीन पर गिराया गया है। यह घटना भारतीय-अमेरिकी उद्यमी कुणाल जैन द्वारा प्रकट की गई जिन्होंने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा किया। इस घटना ने न केवल भारतीय समुदाय के बीच चिंता पैदा की है, बल्कि अमेरिका में भारतीय छात्रों के खिलाफ हो रहे भेदभाव को भी उजागर किया है।
क्या हुआ? एक नजर में
वीडियो में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि एक भारतीय छात्र को अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे “अपराधी” की तरह पेश किया गया। कुणाल जैन ने दावा किया कि छात्र रो रहा था और इससे पहले कि उसे भारत भेजा जाता, उसे बेहद अपमानजनक तरीके से पेश किया गया। उन्होंने इस मामले की जांच की अपील की है और अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास से मदद भी मांगी है।
न्यू जर्सी एयरपोर्ट पर हुई घटना
घटना न्यू जर्सी के नेवार्क एयरपोर्ट पर हुई। अपने ट्वीट में, कुणाल जैन ने बताया कि संबंधित छात्र हरियाणवी भाषा बोल रहा था और उन्होंने हिंसा के अभ्यास को लेकर चिंता जताई। इस घटना के संदर्भ में जैन ने कहा, "यह एक युवा भारतीय छात्र था जो सपनों का पीछा करने आया था, न कि किसी नुकसान पहुंचाने के लिए।" यह घटनाक्रम उन कई मामलों में से एक है जहां भारतीय छात्रों को वीजा मिलने के बावजूद निर्वासित कर दिया गया है।
अन्य मामलों का संदर्भ
कुणाल जैन के अनुसार, पिछले कुछ समय में कई भारतीय छात्रों को इसी तरह से निर्वासित किया गया है। उन्होंने बताया कि कई छात्रों को अपने यात्रा के कारण बताने में कठिनाई का सामना करना पड़ा, जिसके कारण उन्हें हवाईअड्डे पर अधिकारियों द्वारा स्वीकार नहीं किया गया और तुरंत वापस भेज दिया गया। इन छात्रों के साथ होने वाली यह क्रूरता किसी भी दृष्टिकोण से अस्वीकार्य है और इसकी व्यापक जांच की आवश्यकता है।
समुदाय की प्रतिक्रिया
इस मामले के बाद, भारतीय समुदाय में काफी गुस्सा देखने को मिला है। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इस घटना की निंदा की है और भारतीय सरकार से स्थिति को देखने का अपील की है। देश के कई एनआरआई भी इस विषय पर चिंतित हैं और मांग कर रहे हैं कि भारतीय दूतावास इस मामले में सक्रिय भूमिका निभाए।
समापन टिप्पणी
यह घटना न केवल एक भारतीय छात्र की दुर्दशा दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि कैसे उनके सपनों को सिद्ध करने के लिए अमेरिका आने वाले युवा लड़के-लड़कियों को अस्वीकार किया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि इस मामले की जांच की जाएगी और संबंधित अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। यह आवश्यक है कि सरकार और प्रशासन भारतीय छात्रों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाएं।
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