हरिद्वार में महिला कर्मी पर छेड़छाड़ और जातिसूचक टिप्पणी का गंभीर मामला
Round The Watch News (Crime Desk): हरिद्वार के सहायक आबकारी अधिकारी कार्यालय में कार्यरत महिला सहायक रितु ने रोहिताश शर्मा नाम के व्यक्ति पर अभद्रता, छेड़छाड़ और जातिसूचक टिप्पणी करने का गंभीर आरोप लगाया है। इस मामले में पीड़िता ने थाना सिडकुल को लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है। घटना का विवरण शिकायती … The post आबकारी कार्यालय में महिला कर्मी से छेड़छाड़ और जातिसूचक टिप्पणी का आरोप appeared first on Round The Watch.

हरिद्वार में महिला कर्मी पर छेड़छाड़ और जातिसूचक टिप्पणी का गंभीर मामला
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कम शब्दों में कहें तो, हरिद्वार में सहायक आबकारी अधिकारी कार्यालय की महिला कर्मी रितु ने रोहिताश शर्मा पर छेड़छाड़ और जातिसूचक टिप्पणी के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने ठाना सिडकुल में लिखित शिकायत दी है, जिसमें कार्रवाई की मांग की गई है।
घटना का विवरण
यह घटना 8 सितंबर 2025 को दोपहर लगभग 3:30 बजे की है। रितु, जो कार्यालय में राजकीय कार्य में व्यस्त थीं, ने बताया कि इसी बीच रोहिताश शर्मा अचानक वहां पहुंचे और उन्होंने अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया। रितु का आरोप है कि रोहिताश ने उनका मोबाइल फोन छीना और उस पर छेड़छाड़ की।
जातिसूचक टिप्पणियां और मानसिक उत्पीड़न
रितु ने अपनी शिकायत में विस्तार से बताया कि रोहिताश ने उन्हें धमकाते हुए जातिसूचक टिप्पणियां कीं, जिसमें उन्होंने कहा, "तू अपनी जाति के दम पर नौकरी कर रही है, तुझे नौकरी से निकाल दूंगा।" इस प्रकार की टिप्पणियां न केवल रितु के सम्मान पर चोट करती हैं, बल्कि कार्यस्थल पर मानसिक उत्पीड़न और असुरक्षा का भी एहसास कराती हैं। यह गंभीर स्थिति है, जो न केवल रितु के लिए, बल्कि उनके परिवार के लिए भी चिंताजनक है।
मानसिक तनाव और पारिवारिक प्रभाव
महिला कर्मी ने स्पष्ट किया कि इस घटना का उनके मानसिक स्वास्थ्य और परिवार पर गहरा असर पड़ा है। रितु अपने परिवार की मुखिया हैं, और उनके पुत्र, पुत्रवधू, और पौत्र उन पर ही निर्भर हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि लगातार अपमानजनक भाषा और जातिगत टिप्पणियों के कारण कार्यस्थल का वातावरण अत्यंत विषाक्त हो गया है।
पुलिस से की सख्त कार्रवाई की मांग
रितु ने थाना सिडकुल से मांग की है कि रोहिताश शर्मा के खिलाफ छेड़छाड़, अभद्रता और जातिसूचक टिप्पणी के तहत कार्रवाई की जाए, और उनके खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वह उच्च अधिकारियों और न्यायालय की शरण लेंगी।
कार्यालय का मौजूदा माहौल
यह घटना कार्यालय में चर्चा का विषय बन गई है। रितु ने पत्र में यह भी लिखा कि ऐसे स्थिति में वह कार्यालय में सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं, और काम करना उनके लिए कठिन हो गया है।
यह मामला केवल एक व्यक्ति के खिलाफ आरोप नहीं है, बल्कि यह समग्र रूप से कार्यस्थल पर महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण की आवश्यकता की ओर भी इंगित करता है।
इस मामले की सुनवाई और आवश्यक कदम उठाने के लिए सभी की नजरें साधारण रीतियों और कानूनों पर हैं। समाज के प्रत्येक सदस्य को इस जटिल स्थिति का समाधान निकालने के लिए आगे आना चाहिए।
महिला कर्मियों के सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा आवश्यक है, ताकि हर कर्मचारी अपने कार्यस्थल पर सम्मान और सुरक्षा का अनुभव करे।
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