एम्स ऋषिकेश ने दिव्यांग जनों के लिए शुरू की बैट्री वाहन सेवा
एम्स ऋषिकेश: अस्पताल सेवाओं में इजाफा करते हुए सोमवार को एम्स ने दिव्यांग जनों की सुविधा के लिए बैट्री वाहन सेवा शुरू की। इस वाहन से उन सभी दिव्यांग रोगियों को मुख्य द्वार से ओपीडी एरिया तक आने-जाने में मदद मिलेगी जो विभिन्न कारणों से चलने-फिरने में असमर्थ हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश […]

एम्स ऋषिकेश ने दिव्यांग जनों के लिए शुरू की बैट्री वाहन सेवा
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कम शब्दों में कहें तो, एम्स ऋषिकेश ने दिव्यांग जनों की सुविधा के लिए बैट्री वाहन सेवा शुरू की है, जो उन्हें अस्पताल के मुख्य द्वार से ओपीडी एरिया तक पहुंचने में मदद करेगी। यह सुविधा उन रोगियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, जो चलने में असमर्थ हैं।
बैट्री वाहन सेवा का उद्घाटन
सोमवार को कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने इस नई बैट्री वाहन सेवा का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि "यह सेवा दिव्यांग मरीजों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी, जो चलने में असमर्थ हैं और ओपीडी पंजीकरण एरिया तक पहुंचने में समय बिताते हैं।" उन्होंने यह भी बताया कि इस सुविधा से मरीजों को धूप और बारिश के कारण होने वाली परेशानियों से राहत मिलेगी और उनका समय भी बचेगा।
दिव्यांग जनों के लिए भविष्य की योजनाएँ
प्रोफेसर सिंह ने कहा कि अस्पताल में दिव्यांग जनों के लिए अन्य सुविधाओं का विकास भी किया जाएगा। यह बात दर्शाती है कि एम्स केवल वर्तमान की जरूरतों के प्रति सजग नहीं है, बल्कि भविष्य की आवश्यकताओं का भी ध्यान रख रहा है। पहले से ही अस्पताल में बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मरीजों के लिए बैट्री वाहन सेवा उपलब्ध है, और अब दिव्यांग जनों के लिए विशेष बैट्री वाहन सेवा की शुरुआत की गई है।
महत्व और लाभ
हर दिन 3,000 से अधिक रोगी ओपीडी में स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने आते हैं। इस नई बैट्री वाहन सेवा के साथ, इन रोगियों को लंबी दूरी तय करने में आने वाली मानसिक और शारीरिक थकान से मुक्ति मिलेगी। अस्पताल प्रबंधन ने यह भी बताया है कि इस सेवा को महाराष्ट्र राज्य के अन्य अस्पतालों में भी लागू किया जा सकता है, जो एक संकेत है कि यह विचार कितना दूरगामी है।
अस्पताल प्रबंधन ने विशेष रूप से दिव्यांग जनों से अनुरोध किया है कि वे इस नई सेवा का सही तरीके से उपयोग करें, ताकि उनकी सेहत में सुधार हो सके।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश, अस्पताल सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है और यह सुनिश्चित कर रहा है कि सभी वर्गों की स्वास्थ्य देखभाल पर ध्यान दिया जाए।
निष्कर्ष
दिव्यांग जनों के लिए बैट्री वाहन सेवा की शुरूआत न केवल उनकी दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेगी बल्कि अस्पताल की सेवाओं का अधिकतम लाभ उठाने में भी सहायता प्रदान करेगी। यह पहल एक समावेशी स्वास्थ्य सेवा का आदर्श उदाहरण पेश करती है, जो समाज के सभी वर्गों के स्वास्थ्य में योगदान देती है।
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सादर,
टीम हकीकत क्या है, सुमित्रा चौधरी
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