कांगो के संघर्षग्रस्त गोमा शहर में भारतीयों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया: विदेश मंत्रालय

भारत ने शुक्रवार को कांगो में संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान किया और कहा कि वह मध्य अफ्रीकी देश के घटनाक्रम पर करीबी नजर रख रहा है। रवांडा समर्थित ‘एम23’ विद्रोहियों ने पूर्वी कांगो शहर गोमा पर कब्जा कर लिया है और वे अपने नियंत्रण क्षेत्र का विस्तार करने की सोच रहे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि लगभग 1000 भारतीय नागरिक गोमा में रह रहे हैं और संघर्ष शुरू होने के बाद उनमें से ज्यादातर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में हो रहे घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं। हम बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को लेकर चिंतित हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान करते हैं।’’ जायसवाल ने कहा कि कांगो की राजधानी किंशासा स्थित भारतीय दूतावास ने गोमा क्षेत्र में रहने वाले भारतीयों के लिए परामर्श जारी किया है। उन्होंने कहा, ‘‘लगभग एक हजार भारतीय नागरिक गोमा में रह रहे थे लेकिन संघर्ष शुरू होने के बाद से उनमें से ज्यादातर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दूतावास समुदाय की भलाई और सुरक्षा के लिए नियमित रूप से उनके संपर्क में रहता है।

Feb 1, 2025 - 12:39
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कांगो के संघर्षग्रस्त गोमा शहर में भारतीयों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया: विदेश मंत्रालय
कांगो के संघर्षग्रस्त गोमा शहर में भारतीयों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया: विदेश मंत्रालय

कांगो के संघर्षग्रस्त गोमा शहर में भारतीयों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया: विदेश मंत्रालय

Haqiqat Kya Hai

इस समय कांगो का गोमा शहर संघर्ष और हिंसा का केंद्र बना हुआ है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने हाल ही में घोषण की है कि उन्होंने वहाँ फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित स्थलों पर पहुँचाने का कार्य प्रारंभ कर दिया है। इस खबर ने वहाँ के भारतीय समुदाय में थोड़ी राहत की लहर फैलाई है। इस लेख में हम जानेंगे इस पूरे मामले के बारे में विस्तार से।

गोमा में स्थिति की गंभीरता

गोमा शहर में हाल के दिनों में संघर्ष बढ़ा है। क्षेत्र में विद्रोहियों और सरकारी बलों के बीच झड़पें हुई हैं, जिससे नागरिकों का जीवन मुश्किल हो गया है। कई भारतीय नागरिक वहाँ फंसे हुए थे, जिन्हें जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर भेजने की आवश्यकता थी। विदेश मंत्रालय ने इसे सख्ती से लेकर अपने नागरिकों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्णय लिया।

विदेश मंत्रालय की पहल

भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वे सक्रिय रूप से स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर भारतीय नागरिकों को सुरक्षित स्थलों पर पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं। यह प्रक्रिया धीरे-धीरे चल रही है, लेकिन मंत्रालय ने आश्वासन दिया है कि सभी नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जाएगा। इसमें एयरलिफ्ट, जमीन के रास्ते से परिवहन और अन्य माध्यम शामिल हैं।

भारतीय समुदाय की प्रतिक्रिया

इस घटनाक्रम पर भारतीय समुदाय की प्रतिक्रिया सकारात्मक रही है। कई लोगों ने यह बताया कि वे सरकार की पहल से संतुष्ट हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि सभी नागरिक सुरक्षित लौटेंगे। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "हम गर्व महसूस कर रहे हैं कि सरकार हमारे साथ है और हमारी सुरक्षा के लिए काम कर रही है।"

आगे की तैयारियाँ

विदेश मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि वे लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। यदि स्थिति और बिगड़ती है, तो अधिक उपाय किए जा सकते हैं। मंत्रालय की प्राथमिकता हमेशा अपने नागरिकों की सुरक्षा होगी।

निष्कर्ष

कांगो के गोमा शहर से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने की प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण कदम है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी नागरिक सुरक्षित रहें, सरकार सक्रिय रूप से काम कर रही है। हमें उम्मीद है कि सभी भारतीय जल्द ही भारत लौटेंगे और अपने परिवारों से मिलेंगे।

इस पर और जानकारियों के लिए, कृपया haqiqatkyahai.com पर जाएँ।

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