13 फरवरी को Trump से मुलाकात, लेकिन पहले 'प्रिय नरेंद्र' कहने वाले इस खास दोस्त से मिलेंगे मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले महीने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उद्घाटन के बाद उनके साथ अपनी पहली द्विपक्षीय बैठक के लिए 12 फरवरी को पेरिस से वाशिंगटन जाएंगे। उनका आधिकारिक कार्यक्रम 2 दिनों का रहने वाला है। शिखर सम्मेलन 13 फरवरी को होने की संभावना है। इससे पहले पीएम मोदी 10-11 फरवरी को फ्रांस जाने वाले हैं और अब इसी यात्रा को आगे बढ़ते हुए इसके साथी अमेरिका यात्रा को जोड़ा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मैं अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले हैं। वहां उनके राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े सभी पहलुओं पर चर्चा होने की संभावना है।इसे भी पढ़ें: 1, दो, 3...भारत के कई दुश्मनों पर ट्रंप ने कर दी बड़ी स्ट्राइक, कोई छूट तो नहीं गया?मोदी अगले सप्ताह एआई शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करने के लिए फ्रांस जाएंगे, जिसकी मेजबानी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों 10-11 फरवरी को कर रहे हैं। ट्रम्प को भी शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया गया था। बैठक में अमेरिका का प्रतिनिधित्व उपराष्ट्रपति जेडी वेंस द्वारा किए जाने की संभावना है। ट्रम्प के पेरिस नहीं जाने के कारण, मोदी के साथ द्विपक्षीय शिखर वार्ता अब अमेरिकी राजधानी में होगी। दरअसल ट्रंप ने पिछले हफ्ते पीएम से फोन पर बातचीत के बाद पुष्टि की थी कि वह फरवरी में व्हाइट हाउस का दौरा करेंगे।इसे भी पढ़ें: बहुत मज़ा आया...सलवान मोमिका की हत्या के विरोध में मुस्लिम देश के दूतावास के बाहर अब किसने खुलेआम जला दी कुरान?मोदी से हुई टेलीफोन वार्ता पर ट्रंप ने कहा था कि सोमवार सुबह मेरी मोदी से काफी लंबी बात हुई है। वह संभवतः अगले महीने वाशिंगटन आएंगे। भारत के साथ हमारे बहुत ही अच्छे संबंध होंगे। रिपोर्टरों ने जब ट्रंप से पूछा कि मोदी ने गैरकानूनी तौर पर अमेरिका में रहने वाले भारतीयों के बारे में कुछ कहा है तो ट्रंप ने कहा जो भी सही होगा, वह करेंगे। हम अभी बात कर रहे हैं। अमेरिका के नए विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ पहली बैठक में भी गैरकानूनी तौर पर रहने वाले भारतीयों का मुद्दा उठाया था। 20 जनवरी के उद्घाटन के बाद उनकी पहली बातचीत में ट्रम्प ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में क्वाड सहित रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के लिए भारत के साथ सहयोग का वादा करते हुए, संबंधों में 2 संभावित अटकल व्यापार और अवैध आव्रजन - को उठाया था। ट्रम्प ने व्यापार घाटे को कम करने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, भारत के साथ निष्पक्ष व्यापारिक संबंध की मांग की और विश्वास जताया कि मोदी अनियमित प्रवासन के मुद्दे पर वही करेंगे जो सही होगा।इसे भी पढ़ें: 3 ताकतवर देशों में भारत के लिए हुई जंग, मोदी होंगे किसके साथ?मोदी उन चुनिंदा नेताओं के समूह में शामिल होंगे जो ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के पहले महीने में ही व्हाइट हाउस का दौरा करेंगे। इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू मंगलवार को ट्रंप से मुलाकात करने वाले पहले विदेशी नेता होंगे। इसके बाद अगले सप्ताह की शुरुआत में जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय के साथ बैठक होने की संभावना है। हालांकि देर शाम तक यात्रा की तारीखों के बारे में किसी भी पक्ष की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया था, लेकिन नाम न छापने की शर्त पर सूत्रों ने कहा कि ट्रम्प द्वारा मोदी के लिए रात्रिभोज की मेजबानी करने की संभावना है और अब तक किसी सामुदायिक कार्यक्रम की योजना नहीं बनाई गई है। Stay updated with International News in Hindi on Prabhasakshi

13 फरवरी को Trump से मुलाकात, लेकिन पहले 'प्रिय नरेंद्र' कहने वाले इस खास दोस्त से मिलेंगे मोदी
Haqiqat Kya Hai
नई दिल्ली: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 13 फरवरी को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात होने वाली है। लेकिन इस महत्वपूर्ण मुलाकात से पहले मोदी किससे मिलेंगे? यह सवाल बहुत से लोगों के मन में घूम रहा है। यह खबर हमारे लिए इसीलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह न केवल राजनीति में महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे दोनों देशों के रिश्तों पर भी गहरा असर पड़ेगा।
पहले 'प्रिय नरेंद्र' कहने वाले दोस्त से मिलेंगे मोदी
मोदी की यात्रा से पहले, वे एक ऐसे खास मित्र से मिलने जा रहे हैं, जिन्होंने उन्हें 'प्रिय नरेंद्र' कहकर संबोधित किया था। यह मित्र कोई और नहीं बल्कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों हैं। दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने की दिशा में यह मुलाकात महत्वपूर्ण होगी।
Modi और Macron की मित्रता
मोदी और मैक्रों का रिश्ता हमेशा से प्रगाढ़ रहा है। दोनों नेताओं के बीच व्यक्तिगत और राजनीतिक संबंधों की गहराई ने भारत-फ्रांस रिश्तों को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है। फ्रांस ने कई बार भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जैसे कि रक्षा क्षेत्र में सहयोग और स्वास्थ्य सेवाओं में एकजुटता।
Trump से मुलाकात—भारत और अमेरिका के संबंधों का नया आयाम
डोनाल्ड ट्रंप के साथ मोदी की मुलाकात दोनों देशों के लिए एक ऐतिहासिक पल हो सकता है। ट्रंप ने पहले भारत की भव्यता की सराहना की है और उनके कार्यकाल के दौरान भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते काफी मजबूत हुए थे। इस मुलाकात में व्यापार, रक्षा और जलवायु परिवर्तन जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
भारत की वैश्विक भूमिका
भारत की वैश्विक भूमिका में तेजी से बदलाव आया है। मोदी सरकार ने कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की भागीदारी को बढ़ाने का प्रयास किया है। यह मुलाकात इस दिशा में एक और कदम साबित हो सकती है, जिसमें भारत अपने कूटनीतिक संबंधों को और भी मजबूत करेगा।
निष्कर्ष
मोदी की यात्रा और ट्रंप से मिलने की योजना से यह स्पष्ट होता है कि भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति को और मजबूत बनाने की दिशा में तत्पर है। मैक्रों से मिलने के बाद उनकी ट्रंप से मुलाकात इस रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। अब देखना यह होगा कि ये मुलाकातें भारत और दुनिया के लिए क्या नए अवसर खोलती हैं।
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