दुखद समाचार: उत्तराखंड के चमोली में बादल फटने से तबाही
चमोली (महानाद) : देहरादून के सहस्त्रधारा में बादल फटने से मची तबाही के बाद अब उत्तराखंड के चमोली में बदल फट गया है। आपको बता दें कि चमोली जिले के नगर पंचायत नंदानगर के वार्ड कुन्तरि लगाफाली में बादल फटने के कारण मलबा आने से 6 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वहीं […]

दुखद समाचार: उत्तराखंड के चमोली में बादल फटने से तबाही
चमोली (महानाद) : देहरादून के सहस्त्रधारा में बादल फटने के बाद अब यह आपदा उत्तराखंड के चमोली जिले में भी फैल गई है। यहां नगर पंचायत नंदानगर के वार्ड कुन्तरि लगाफाली में अचानक बादल फटने की घटना सामने आई है। इस घटना के परिणामस्वरूप मलबा आने से 6 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इस घटनाक्रम में सात लोग लापता हैं, जबकि दो लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
राहत और बचाव कार्य जारी
स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है। प्रशासन की टीमें, यूकेएसडीआएफ और पुलिस को मौके पर भेजा गया है। इस स्थिति में, धुर्मा गांव में भी भारी वर्षा के कारण कई मकानों को नुकसान पहुंचा है। यहाँ भी राहत कार्य जारी है। आपदा का यह दौर क्षेत्र की प्राकृतिक स्थिति को और भी नाजुक बना रहा है।
मुख्यमंत्री का संदेश
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने ‘एक्स’ पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने लिखा है, “जनपद चमोली के नंदानगर घाट क्षेत्र में हुई अतिवृष्टि से आस पास के घरों को क्षति पहुंचने की दुःखद सूचना प्राप्त हुई है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “इस संबंध में निरंतर प्रशासन से संपर्क में हूँ और स्वयं स्थिति की गहन निगरानी कर रहा हूँ। ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूँ।”
विशेषज्ञों की सलाह
आपदा प्रबंधन विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की जलवायु घटनाएं भविष्य में भी बढ़ सकती हैं, इसलिए स्थानीय समुदायों को इनके प्रति जागरूक रहना आवश्यक है। बारिश के मौसम में नदियों में जल स्तर की निगरानी रखना और आपातकालीन योजनाएं तैयार रखना चाहिए।
कम शब्दों में कहें तो, चमोली में बादल फटने की घटना ने बहुत से लोगों के जीवन को प्रभावित किया है और प्रशासन राहत कार्य में जुटा हुआ है।
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टीम हक़ीकत क्या है, साक्षी शर्मा
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